चीतों को दूसरी जगह शिफ्ट करना चाहती है मध्य प्रदेश सरकार, जानें कारण
क्या है खबर?
कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मौजूद चीतों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जा सकता है। इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) को पत्र लिख चीतों को स्थानांतरित करने के लिए नई जगह तलाश करने को कहा है।
दरअसल, ओबान नामक कई बार उद्यान की सीमा से बाहर निकल गया है। हाल ही में ये चीता फिर से बाहर निकलकर बाघों के इलाके में पहुंच गया है। इसके बाद सरकार ने ये पत्र लिखा है।
वजह
चीतों का दूसरी जगह क्यों भेजना चाहती है मध्य प्रदेश सरकार?
केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय के मुताबिक, कूनो में फिलहाल 21 चीतों के रहने लायक जगह है। उद्यान में फिलहाल शावकों को मिलाकर कुल 23 चीते रह रहे हैं।
दूसरी तरफ वन विभाग के अधिकारी ने कहा, "748 वर्ग किलोमीटर में फैले कूनो में 9-10 चीते रह सकते हैं क्योंकि चीतों को 300-800 वर्ग किलोमीटर जगह चाहिए। 4 चीतों को जंगल में छोड़ा गया है। इनमें से ओबान और आशा बफर जोन के बड़े इलाके तक जा रहे हैं।"
जगह
कहां शिफ्ट किए जा सकते हैं चीते?
चीतों के दूसरे घर के विकल्प के तौर पर 4 जगहों पर विचार किया जा रहा है।
इनमें मध्य प्रदेश और राजस्थान का गांधीसागर-भैंसरोडगढ़ वन्य जीव अभयारण्य, मध्य प्रदेश का नौरादेही अभयारण्य और राजस्थान के शाहगढ़ बल्ग और मुकुंदरा अभ्यारण्य शामिल हैं।
इनमें मुकुंदरा अभ्यारण्य को तरजीह दी जा सकती है क्योंकि यहां पर 80 वर्ग किलोमीटर का बाड़ क्षेत्र है और यहां तेंदुए भी कम हैं। यहां 5-6 चीतों को शिफ्ट किया जा सकता है।
जानकारी
मामले पर केंद्र सरकार का क्या कहना है?
NTCA के सचिव डॉक्टर एसपी यादव ने कहा, "फिलहाल केंद्र सरकार की कूनो से कुछ चीतों को तत्काल किसी अन्य आवास में स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं है। यह सिर्फ मीडिया की अटकलें हैं।"
गिनती
कूनो में फिलहाल चीतों की क्या स्थिति?
कूनो में वर्तमान में 23 चीते हैं। इनमें से 8 को सितंबर, 2022 में नामीबिया से लाया गया था, जबकि इसी साल फरवरी में 12 चीते दक्षिण अफ्रीका से लाए गए।
इनमें से 4 को मार्च में बाड़े से बाहर छोड़ा गया था। इनमें से एक मादा चीते की मौत हो गई और बाद में 4 शावकों को जन्म हुआ। फिलहाल 15 चीते और 4 शावक बाड़े में हैं।
3-4 महीने में इन्हें भी जंगल में छोड़ा जाएगा।
ओबान
बाघों के इलाके में घुसा चीता ओबान
कूनो से 5 साल का चीता ओबान एक बार फिर बाहर निकल गया है। इस बार ये चीता माधव नेशनल पार्क में बाघों के इलाके में पहुंच गया है। अधिकारियों को डर है कि कहीं ओबान का सामना बाघ से न हो जाए।
ओबान ने बुधवार को पूरा दिन एक टमाटर के खेत में आराम करते हुए बिताया। अधिकारियों का कहना है कि ओबान जब तक जंगल में विचरण करेगा, तब तक उसे बेहोश नहीं किया जाएगा।