VIP नेताओं के आने के कारण उज्जैन के महाकाल मंदिर में भगदड़, कई लोग घायल
मध्य प्रदेश के उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में सोमवार को कई बड़े नेताओं के दर्शन करने के बाद भगदड़ मच गई जिसमें कई लोग घायल हो गए। मंदिर में पहले से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई बड़े नेताओं के दर्शन के लिए पहुंचने के बाद स्थिति और खराब हो गई। इस दौरान कोविड संबंधी नियमों का जबरदस्त उल्लंघन भी देखने को मिला और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आईं।
सावन के पहले सोमवार के मौके पर खुले थे मंदिर के दर्शन
भगवान शिव के 12 ज्योतिलिंगों में शामिल महाकालेश्वर मंदिर को सोमवार को सावन के पहले सोमवार के मौके पर सुबह 6 बजे से शाम 8 बजे तक खोलने की इजाजत दी गई है। एक दिन में कुल 3,500 श्रद्धालुओं को मंदिर में घुसने की अनुमति दी गई थी और इसके लिए दो-दो घंटे के सात स्लॉट बनाए गए थे। हर दो घंटे में केवल 500 लोग अंदर जा सकते थे और उन्हें कोविड नियमों का पूर्ण पालन करना था।
मंदिर में इकट्ठा हुए हजारों लोग, नेताओं के आने से बिगड़ी स्थिति
हालांकि हर भक्त सावन के पहले सोमवार को महाकाल के दर्शन करना चाहता था और इसके कारण हजारों लोगों की भीड़ एक साथ मंदिर में इकट्ठा हो गई। इन लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग दूर-दूर तक देखने को नहीं थी और लोग एक-दूसरे से चिपक कर खड़े हुए थे। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा नेता उमा भारती जैसे कई बड़े नेता भी अपने परिवारों के साथ दर्शन करने पहुंच गए और इससे स्थिति अनियंत्रित हो गई।
गेट नंबर चार पर हुई भगदड़
भगदड़ की घटना मंदिर के गेट नंबर चार पर हुई। पहले तो पुलिसकर्मियों ने धक्का-मुक्की कर रहे लोगों को रोकने की कोशिश की, लेकिन स्थिति उनके काबू से बाहर हो गई और हार मानकर वो पीछे हट गए। इसके बाद सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए मंदिर के अंदर दाखिल होने लगे। इस बीच महिलाओं और बच्चों समेत कई लोग धक्का-मुक्की की वजह से गिर गए और बाकी लोग उनके ऊपर से निकल गए।
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जिलाधिकारी ने कहा- अगले सोमवार से नहीं होगा ऐसा
उज्जैन के जिलाधिकारी आशीष सिंह ने मामले पर सफाई देते हुए कहा कि ये एक अपवाद था और अगले सोमवार से सब कुछ ठीक रहेगा। उन्होंने कहा, "हम बैठकर अगले सोमवार के लिए योजना बनाएंगे। ऐसे सबको आने की इजाजत देकर कोविड संबंधी नियमों का पालन नहीं किया जा सकता। एक साथ काफी लोग आ गए थे। हम योजना में बदलाव करेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे।"