उत्तर प्रदेश: अयोध्या में बना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर, रोज होती है पूजा-अर्चना
अयोध्या में एक 32 वर्षीय व्यक्ति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को समर्पित एक मंदिर का निर्माण करवाया है। इतना ही नहीं, मंदिर में मुख्यमंत्री योगी की प्रतिमा भी बनाई गई है। प्रतिमा में वे एक हाथ में धनुष पकड़े हुए हैं और उनके सिर के पीछे सूर्य की समानता है। माना जाता है कि भगवान राम सूर्यवंशी वंश के थे, जिसका प्रतीक सूर्य था। रोजाना दो बार योगी की प्रतिमा की आरती भी की जाती है।
खुद को 'योगी प्रचारक' कहने वाले शख्स ने बनवाया मंदिर
अयोध्या-गोरखपुर हाइवे के किनारे भरतकुंड के पास मंदिर का निर्माण करवाने वाले शख्स का नाम प्रभाकर मौर्य है। मौर्य 10वीं तक पढ़े हैं और नंदीग्राम से तीन किलोमीटर दूर एक गांव में रहते हैं। वे साल 2014 से 'योगी प्रचारक' होने के साथ-साथ यूट्यूबर हैं। उन्होंने भाजपा के लिए कई गाने भी बनाए हैं। मौर्य ने संकल्प लिया था कि जो भी अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करवाएगा, उसके लिए वो एक मंदिर का निर्माण करेंगे।
राम मंदिर के भूमि पूजन वाले दिन शुरू किया था योगी के मंदिर का निर्माण
5 अगस्त, 2020 को राम मंदिर के भूमि पूजन के दिन मौर्य ने भी योगी के मंदिर पर काम शुरू कर दिया था। उन्होंने एक राजस्थान और दूसरा बाराबंकी के मूर्तिकारों से योगी की एक मूर्ति बनाने के लिए कहा था। जुलाई में 20x20 फुट में फैले इस मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया गया था। इसमें कोई पुजारी नहीं हैं बल्कि मौर्य खुद दिन में दो बार अपनी लिखी हुई आरती और भजन गाते हैं।
अपने द्वारा लिखे गए योगी के भजन गाते हैं मौर्य
मौर्य मंदिर में खुद के लिखे भजन गाते हैं। भजन के बोल योगी के बचपन के सफर को दर्शाते हैं। भजन के बोल कुछ इस प्रकार हैं, 'जय, जय योगी बाबा, छोटी उमर में घर को छोड़ आया गोरखधाम, अवैद्यनाथ के चरणों में बाबा ने किया प्रणाम।' योगी के मंदिर के प्रचार-प्रसार के लिए मौर्य भजन और मंदिर का ऑडियो-वीडियो कैसेट भी तैयार करा रहे हैं।
योगी के काम से खुश होकर किया मंदिर का निर्माण
द वीक के अनुसार, योगी की प्रतिमा के बारे में बात करते हुए मौर्य ने कहा, "योगी की प्रतिमा के लिए धनुष और बाण उपयुक्त थे क्योंकि योगी जी हर तरह के अपराध और भ्रष्टाचार पर तीर चला रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में गुंडाराज और भ्रष्टाचार फैला हुआ था, लेकिन योगी के आने से ये सब खत्म हो गया। इससे वो बहुत खुश हैं इसलिए उन्होंने योगी के मंदिर का निर्माण किया।
मंदिर निर्माण में कुल सात लाख रुपये का खर्च
रिपोर्ट्स के अनुसार, योगी के मंदिर निर्माण में सात लाख रुपये खर्च हुए हैं। ये पैसा मौर्य ने अपने यूट्यूब चैनल से कमाया था, जिसमें उनके द्वारा लिखी और गाई गई योगी की प्रशंसा वाली रचनाएं भी हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
मुख्यमंत्री योगी ने 1 जून, 2022 को वैदिक धार्मिक संस्कारों का पालन करते हुए अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के मुख्य परिसर की नींव रखी थी। दशकों से चले आ रहे मामले में विवादित जमीन पर 9 नवंबर, 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने रामलला विराजमान के हक में फैसला सुनाया था। इसके अलावा कोर्ट ने मस्जिद निर्माण के लिए वक्फ बोर्ड को अयोध्या में ही पांच एकड़ जमीन देने का आदेश भी दिया था।