विनोद कांबली की तबीयत में हुआ कुछ सुधार, अस्पताल से खुद दिया अपडेट; देखें वीडियो
हाल ही में पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके चलते उन्हें ठाणे के आकृति अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही थी। इस बीच खबर है कि कांबली की तबीयत में पहले से सुधार हुआ है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने खुद इस पर अपडेट दिया है और डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया है। आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
कांबली को मिला आजीवन मुफ्त इलाज इलाज का आश्वासन
कांबली का इलाज कर रहे डॉ. विवेक त्रिवेदी ने बताया कि भारतीय क्रिकेटर के मस्तिष्क में थक्के की मौजूदगी का भी पता चला है। उनके स्वास्थ्य पर आकृति अस्पताल की मेडिकल टीम लगातार नजर रख रही है। अस्पताल के प्रभारी एस सिंह ने कांबली को अपने अस्पताल में आजीवन मुफ्त इलाज देने का वादा किया है। यह वादा तब किया गया है जब कांबली पिछले एक दशक से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
मैं डॉक्टर की वजह से जिंदा हूं- विनोद कांबली
कांबली ने कहा, "मैं यहां के डॉक्टरों की वजह से जीवित हूं। मैं बस इतना ही कहूंगा कि सर (डॉक्टर की ओर इशारा करते हुए) जो भी कहेंगे, मैं वही करूंगा। लोग देखेंगे कि मैं उन्हें कितनी प्रेरणा देता हूं।" कांबली ने मुस्कुराते हुए यह बात कही, जो उनके ठीक होने का अच्छा संकेत है। वह पहले से कहीं बेहतर दिखाई दिए और उन्होंने डॉक्टरों, अस्पताल के कर्मचारियों और प्रशंसकों का अभिवादन भी किया।
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कांबली के करीबी मित्र ने भी दिया अपडेट
कांबली के करीबी मित्र मार्कस कोउटो ने भी उनके स्वास्थ्य में हो रहे सुधार की बात कही। कोउटो ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "कांबली अब ठीक हैं। उन्हें मूत्र संक्रमण है और उन्हें शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मैं आज अस्पताल में उनसे मिला। मैंने उनसे कहा कि उन्हें एक महीने तक अस्पताल में ही रखा जाए क्योंकि उन्हें कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं।"
कैसा रहा था कांबली का क्रिकेट करियर?
कांबली ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 1991 में वनडे और 1993 में टेस्ट में डेब्यू किया था। वह टेस्ट में लगातार दोहरे शतक लगाने वाले पहले भारतीय भी बने थे। उन्होंने 17 टेस्ट में 1,084 रन बनाए हैं, जिसमें 4 शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने कुल 104 वनडे मैचों में 2,477 रन बनाए हैं, जिसमें 2 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। वह भारत के लिए सबसे तेज 1,000 टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज भी रहे हैं।