विनोद कांबली का विवादों से रहा है पुराना नाता, इन आपराधिक मामलों में आ चुका नाम
पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली एक बार फिर विवादों में हैं। मुंबई पुलिस ने उन पर अपनी पत्नी एंड्रिया हेविट से कथित तौर पर मारपीट करने का मामला दर्ज किया है। हेविट ने उन पर बांद्रा स्थित फ्लैट में शराब के नशे में मारपीट करने का आरोप लगाया है। इससे पहले भी कांबली को अपने गुस्सैल स्वभाव और शराब की लत के कारण आपराधिक ममलों का सामना करना पड़ा है। आइए कांबली से जुड़े अन्य मामलों पर नजर डालते हैं।
शराब पीकर गाड़ी चलाने पर हुई थी गिरफ्तारी
कांबली को पिछले साल फरवरी में बांद्रा पुलिस ने शराब के नशे में गाड़ी चलाने और दूसरी कार से टकराने के आरोप में गिरफ्तार किया था। भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 279 (लापरवाही से गाड़ी चलाना), 336 (अन्य व्यक्तियों के जीवन और सुरक्षा को खतरे में डालना) और 427 (नुकसान पहुंचाने के लिए कार्य करना) के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। हालांकि, इस मामले में उन्हें जल्द ही जमानत मिल गई थी।
विश्व कप 1996 में मैच फिक्सिंग का आरोप
कांबली ने साल 1996 में तत्कालीन भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन और कुछ और बल्लेबाजों पर विश्व कप मैच में फिक्सिंग करने का आरोप लगाया था। उनका कहाना था कि भारत के श्रीलंका के खिलाफ सेमीफाइनल हारने का एकमात्र कारण यह था कि उस समय टीम मैनेजर सहित कुछ भारतीय खिलाड़ी मैच फिक्सिंग में शामिल थे। इस मैच में भारत को अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा था और कांबली एक छोर पर अकेले नाबाद रहे गए थे।
बॉलीवुड गायक के पिताजी के साथ की थी मारपीट
शॉपिंग मॉल में बॉलीवुड गायक अंकित तिवारी के पिता का हाथ कांबली की पत्नी एंड्रिया के हाथ से छू गया था। उन्होंने गायक के बुजुर्ग पिता राजेंद्र कुमार को घूसा मार दिया। बाद में वह अंकित के भाई को मारने के लिए आगे आईं थी। इसके बाद अंकित के परिवार ने कांबली और उनकी पत्नी के ऊपर केस किया था। कांबली को एक बार बांद्रा पुलिस ने सोसाइटी के गेट को कार से दुर्घटनाग्रस्त करने के लिए गिरफ्तार किया था।
सचिन पर लगाया था साथ ना देने का आरोप
कांबली ने अपने बचपन के दोस्त और भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर पर भी आरोप लगाया था कि जब वह अपने जीवन में परेशानी के दौर से गुजर रहे थे तो उन्होंने उनकी मदद नहीं की थी। उन्होंने दावा किया था कि उन्हें भारतीय टीम के भीतर भेदभाव का सामना करना पड़ा था और उन्हें सचिन से कोई समर्थन या मदद नहीं मिली। हालांकि, इस मामले में सचिन ने कभी भी कोई बयान नहीं दिया है।