भारतीय गेंदबाज कुलदीप यादव के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उत्थान, पतन और चमकने की कहानी
भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव हाल के दिनों में जबरदस्त फॉर्म में हैं। एशिया कप 2023 और वनडे विश्व कप 2023 जैसे आगामी आयोजनों में भारत की सफलता के लिए उनकी फॉर्म काफी महत्वपूर्ण रहेगी। मार्च, 2017 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले कुलदीप ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। तमाम मुश्किलों के बाद अब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ दौर में हैं। आइए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके उत्थान, पतन और चमकने के सफर पर नजर डालते हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुलदीप का उदय
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2017 में धर्मशाला टेस्ट से कुलदीप के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत हुई थी। उन्होंने अपने पहले ही मैच में 4 विकेट लेकर काफी प्रभावित किया था। उन्होंने उसी साल अपना वनडे और टी-20 अंतरराष्ट्रीय डेब्यू भी किया था। 2017 के मध्य में भारत की सफेद गेंद वाली टीमों से रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के बाहर होने के बाद कुलदीप और युजवेंद्र चहल टीम के प्राथमिक स्पिनर बन गए थे।
भारतीय टीम के साथ कुलदीप के पहले 3 साल रहे शानदार
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुलदीप के पहले तीन साल शानदार रहे थे। 2019 के अंत तक उन्होंने केवल 56 वनडे मैचों में 4.98 की शानदार इकोनॉमी रेट से 99 विकेट लिए थे। उस समय तक इस स्पिनर ने केवल 19 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 6.97 की इकॉनमी से 37 विकेट लिए थे। उत्तर प्रदेश में जन्मे इस गेंदबाज ने अपने पहले 6 टेस्ट मैचों में 24.12 के औसत से 24 विकेट लिए थे।
यह उपलब्धि हासिल करने वाले एकमात्र गेंदबाज हैं कुलदीप
बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप एक कैलेंडर वर्ष में क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाने वाले एकमात्र गेंदबाज हैं। उन्होंने साल 2018 में यह उपलब्धि हासिल की थी। इस बीच अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार सभी प्रारूपों में यह कारनामा करने वाले एकमात्र अन्य भारतीय हैं। इतना ही नहीं 28 वर्षीय कुलदीप के नाम वनडे क्रिकेट में दो हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड भी दर्ज है।
2020 में ढलान पर आया कुलदीप का करियर
साल 2020 में कुलदीप की फॉर्म में चौंकाने वाली गिरावट देखी गई थी। इसके अलावा फिटनेस संबंधी समस्याओं के कारण उन्हें कुछ मैच खेलने से वंचित भी होना पड़ा है। उन्होंने साल 2020 और 2021 में संयुक्त रूप से एक ही टेस्ट खेला और 2 विकेट लेकर वापसी की। इन 2 सालों में कुलदीप ने 9 वनडे मैचों में 6.56 की इकॉनमी रेट से 8 विकेट झटके लिए थे। टी-20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 8.4 की इकोनॉमी से 4 विकेट लिए।
कुलदीप वापसी के बाद किया शानदार प्रदर्शन
भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी के बाद से कुलदीप ने 19 वनडे मैचों में 4.91 की इकॉनमी रेट से 34 विकेट लिए हैं। उन्होंने टी-20 अंतरराष्ट्रीय में वापसी के बाद 5.30 की इकॉनमी रेट से 9 मैचों में 11 विकेट लिए हैं। वापसी के बाद से इस स्पिनर ने केवल 1 टेस्ट मैच खेला है जिसमें उन्होंने 5 विकेट हॉल लिया था। अब यह खिलाड़ी आगामी दिनों में खेले जाने वाले बड़े टूर्नामेंटों में जलवा बिखरने के लिए तैयार हैं।