
एंजेलो मैथ्यूज ने लिया टेस्ट क्रिकेट से संन्यास, जानिए कैसे रहे हैं उनके आंकड़े
क्या है खबर?
श्रीलंका क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। वह अपना आखिरी मुकाबला बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाफ अगले महीने खेलेंगे।
उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है। मैथ्यूज पिछले 17 साल से क्रिकेट का सबसे लंबा प्रारूप खेल रहे हैं।
वह श्रीलंका के लिए टेस्ट में तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। ऐसे में आइए उनके आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
बयान
मैथ्यूज ने क्या कहा?
मैथ्यूज ने एक्स पर लिखा, 'प्यारे दोस्तों और परिवार, एक आभार भरे दिल और ढेर सारी यादों के साथ अब समय आ गया है कि मैं क्रिकेट के अपने सबसे पसंदीदा प्रारूप टेस्ट को अलविदा कह दूं। पिछले 17 सालों तक श्रीलंका के लिए क्रिकेट खेलना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान और गर्व की बात रही है। जब कोई खिलाड़ी राष्ट्रीय जर्सी पहनता है तो जो देशभक्ति और समर्पण का एहसास होता है। उसकी कोई तुलना नहीं हो सकती।'
सोशल मीडिया
मैंने क्रिकेट को अपना सबकुछ दिया है- मैथ्यूज
उन्होंने आगे लिखा, 'मैंने क्रिकेट को अपना सब कुछ दिया है और बदले में क्रिकेट ने भी मुझे बहुत कुछ दिया। यही खेल मुझे वो इंसान बना पाया जो आज मैं हूं। मैं इस खेल का दिल से आभार मानता हूं और उन हजारों श्रीलंकाई फैंस का धन्यवाद करता हूं जो मेरे करियर में हर अच्छे-बुरे वक्त में मेरे साथ खड़े रहे। मुझे विश्वास है कि यह टेस्ट टीम एक प्रतिभाशाली टीम है।'
सफेद गेंद
वनडे और टी-20 के लिए उपलब्ध रहेंगे मैथ्यूज
मैथ्यूज ने कहा है कि बांग्लादेश के खिलाफ जून में होने वाला पहला टेस्ट मैच उनका आखिरी मुकाबला होगा।
चयनकर्ताओं से हुई बातचीत के अनुसार वह सफेद गेंद की क्रिकेट (वनडे और टी-20) के प्रारूप में चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे।
मैथ्यूज साल 2008 से वनडे और 2009 से श्रीलंका के लिए टी-20 क्रिकेट खेल रहे हैं। मैथ्यूज ने करियर की शुरुआत एक ऑलराउंडर के रूप में की थी, लेकिन बाद में वे टेस्ट में एक विशेषज्ञ बल्लेबाज बन गए।
सबसे ज्यादा
श्रीलंका के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज
मैथ्यूज (8,167) से ज्यादा टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका के लिए सिर्फ महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा ने रन बनाए हैं।
जयवर्धने के बल्ले से 149 टेस्ट की 252 पारियों में 49.84 की औसत से 11,814 रन निकले थे। उन्होंने 34 शतक और 50 अर्धशतक जड़े थे।
संगाकारा ने 134 टेस्ट मैचों की 233 पारियों में 57.40 की उम्दा औसत के साथ 12,400 रन बनाए थे। उनके बल्ले से 38 शतक और 52 अर्धशतक निकले थे।
साल
2014 रहा करियर का स्वर्णिम साल
साल 2014 मैथ्यूज के करियर का सबसे बेहतरीन साल रहा। उन्होंने टेस्ट में 77.33 की औसत से 1,160 रन बनाए। इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में 160 रनों की पारी से श्रीलंका ने पहली बार वहां टेस्ट सीरीज जीती।
उसी साल टी-20 विश्व कप में भी उनका अहम योगदान रहा। वेस्टइंडीज के खिलाफ सेमीफाइनल में 23 गेंदों पर 40 रन बनाए और फाइनल में भारत के खिलाफ 25 रन देकर एक विकेट लिया।
श्रीलंका ने वह विश्व कप जीता था।
करियर
ऐसा रहा है मैथ्यूज का टेस्ट करियर
मैथ्यूज ने अपना पहला टेस्ट मैच साल 2009 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। उन्होंने अब तक 118 मुकाबले खेले हैं। इसकी 210 पारियों में 27 बार नाबाद रहते हुए 8,167 रन बनाने में सफल रहे हैं।
इस दौरान उनकी औसत 44.62 की रही है।
मैथ्यूज ने अपने टेस्ट करियर में 16 शतक और 45 अर्धशतक जड़े हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 200* रन रहा है। गेंदबाजी में उन्होंने 33 विकेट अपने नाम किए हैं।