पेरिस ओलंपिक 2024: विनेश फोगाट ने फाइनल में पहुंचकर रचा इतिहास, पदक किया सुनिश्चित
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने फाइनल में प्रवेश करते हुए इतिहास रच दिया है। महिलाओं की 50 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल में फोगाट ने क्यूबा की गुजमान लोपेज को 5-0 से हरा दिया। इसके साथ ही उन्होंने अपना ओलंपिक पदक सुनिश्चित कर लिया है। वह ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी हैं। इसके साथ-साथ वह साक्षी मलिक के बाद ओलंपिक पदक हासिल करने वाली दूसरी भारतीय महिला पहलवान बन जाएंगी।
सेमीफाइनल में इस तरह से जीती विनेश फोगाट
पहले राउंड में दोनों दोनों पहलवानों ने कड़ा मुकाबला दिखाया। हालांकि, लोपेज के ज्यादा रक्षात्मक होने के चलते फोगाट को 1 अंक दिया गया। पहले राउंड में छोटी से बढ़त हासिल करने वाली फोगाट ने दूसरे राउंड में 4 अंक हासिल किए और मैच को 5-0 से अपने नाम किया। अब फोगाट स्वर्ण पदक के लिए मुकाबले में अमेरिका की सारा हिल्डेब्रांट से भिड़ेंगी। यह मुकाबला 7 अगस्त को खेला जाएगा।
क्वार्टर फाइनल में ओक्साना लिवाच को 7-5 से दी मात
इससे पहले क्वार्टर फाइनल में फोगाट की भिड़ंत यूक्रेन की ओक्साना लिवाच से हुई थी। पहले राउंड में भारतीय रेसलर ने 2 अंक बटोरकर अच्छी शुरुआत की। दूसरी तरफ ओक्साना ने काफी प्रयास किया लेकिन, अनुभवी फोगाट के खिलाफ वह अंक नहीं जुटा सकी। दूसरे राउंड में कड़ी मशक्कत के बीच दोनों खिलाड़ियों ने 5-5 अंक हासिल किए और आखिरकार मुकाबला फोगाट ने 7-5 से अपने नाम किया।
अपने पहले मैच में विनेश ने विश्व नंबर-1 यूई सुसाकी को हराया था
फोगाट की मुकाबले में शुरुआत ज्यादा अच्छी नहीं रही थी। इस भार वर्ग में विश्व की नंबर एक महिला पहलवान सुसाकी ने उन्हें दमदार खेल दिखाते हुए पहले 2 राउंड में ही विनेश को 2-0 से पछाड़ दिया था। इसके बाद फोगाट ने हार नहीं मानी और मैच समाप्त होने से कुछ समय पहले वापसी करते हुए 3-2 से मुकाबला अपने नाम कर लिया। यह बड़ी जीत थी क्योंकि सुसाकी शीर्ष वरीयता प्राप्त पहलवान थी।
अपने करियर में ये पदक जीत चुकी हैं विनेश
फोगाट ने एशियाई खेलों में 2 पदक हासिल किए हुए हैं। साल 2018 में जकार्ता में हुए खेलों में उन्होंने स्वर्ण जीता था। उससे पहले 2014 में इंचियोन (48 किग्रा वर्ग) में उन्होंने कांस्य पदक अपने नाम किया था। वह सितंबर 2022 में विश्व चैंपियनशिप में 2 पदक (दोनों कांस्य) जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थी। वह राष्ट्रमंडल खेलों में 3 स्वर्ण पदक (2014 , 2018 और 2022 ) जीत चुकी हैं।