निलंबित होने के बाद विनेश ने दिया भावुक बयान, वापसी नहीं करने के दिए संकेत
क्या है खबर?
टोक्यो ओलंपिक समाप्त होने के बाद से भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट का नाम लगातार चर्चा में है। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) ने हाल ही में उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित भी किया था। उन्हें 16 अगस्त तक अपना जवाब दाखिल करना है।
लगातार चर्चा में रहने के बाद अब विनेश ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि एक पदक हारते ही लोगों ने उन्हें निर्जीव समझ लिया।
बयान
एक हफ्ते से मेरे अंदर काफी कुछ चल रहा है- विनेश
विनेश ने कहा कि उनके दिमाग में फिलहाल दो तरीके के ख्याल चल रहे हैं। एक ख्याल कहता है कि उन्हें अब कुश्ती से दूर हो जाना चाहिए तो वहीं दूसरा ख्याल कहता है कि बिना लड़े दूर होना उनकी सबसे बड़ी हार होगी।
उन्होंने आगे कहा, "ऐसा लग रहा है कि मैं सपने में सो रही हूं। पिछले एक हफ्ते से मेरे अंदर काफी कुछ चल रहा है। मैं एकदम खाली महसूस कर रही हूं।"
आरोप
WFI के आरोपों का भी विनेश ने दिया जवाब
विनेश को निलंबित करते समय WFI ने आरोप लगाए थे कि उन्होंने साथी पहलवानों के साथ रहने और ट्रेनिंग करने से इंकार किया था।
इस पर विनेश ने कह, "भारतीय खिलाड़ियों की लगातार टेस्टिंग हो रही थी और मेरी टेस्टिंग नहीं हुई थी। मैं केवल उन्हें सुरक्षित रखना चाहती थी। बाद में मैंने सीमा के साथ ट्रेनिंग भी की तो कैसे उन्होंने आरोप लगा दिया कि मैं टीम के साथ नहीं रहना चाहती थी।"
फिट
टोक्यो में अपने मुकाबलों से पहले पूरी तरह फिट नहीं थीं विनेश
विनेश ने खुलासा किया है कि मुकाबले से एक दिन पहले उन्होंने कुछ खाया नहीं था और उन्हें उल्टियां हो रही थीं। उन्होंने यह भी बताया कि वह लगातार उल्टी महसूस होने के कारण कुछ खा नहीं पा रही थीं।
उन्होंने कहा, "दूसरे मैच में मुझे पता था कि मैं हार रही हूं, लेकिन मैं कुछ कर नहीं पा रही थी। मेरा दिमाग इस तरह बंद हो गया था कि मैं कुछ भी नहीं कर पा रही थी।"
निराशा
अब शायद दोबारा मैट पर नहीं लौटूं- विनेश
विनेश काफी ज्यादा निराश हैं और वह टोक्यो से लौटने के बाद केवल एक बार सो सकी हैं। वह गांव में अकेले टहलती रहती हैं।
उन्होंने बताया, "मुझे नहीं पता कि मैं कब मैट पर वापसी करूंगी। शायद मैं वापसी ना करूं। मुझे लगता है कि मैं टूटे पैर के साथ ही अच्छी थी। मुझे कुछ सही करना था। अब मेरा शरीर नहीं टूटा है बल्कि मैं पूरी तरह से टूट चुकी हूं।"