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इतिहास के पहले टेस्ट मैच में बने ये रिकॉर्ड आज तक नहीं टूटे
145 साल पहले खेला गया था पहला टेस्ट

इतिहास के पहले टेस्ट मैच में बने ये रिकॉर्ड आज तक नहीं टूटे

लेखन Neeraj Pandey
Mar 15, 2022
02:20 pm

क्या है खबर?

टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत आज ही के दिन 145 साल पहले हुई थी। 15 मार्च, 1877 को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट खेला गया था। इस टेस्ट में कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स बने थे और आज भी कायम हैं। क्रिकेट में तमाम रिकॉर्ड्स बनते और टूटते रहते हैं, लेकिन 145 साल पुराने ये कुछ रिकॉर्ड्स आज भी कायम हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वो रिकॉर्ड्स।

रिकॉर्ड

आज भी कायम है बैनरमैन का 145 साल पुराना रिकॉर्ड

पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम 169.3 ओवर्स की बल्लेबाजी के बावजूद केवल 245 रन बना सकी थी। इसमें से 165 रन अकेले चार्ल्स बैनरमैन ने बनाए थे। बैनरमैन यदि रिटायर हर्ट नहीं हुए होते तो संभवतः वह और भी रन बनाते। उन्होंने अपनी टीम के 67.34 प्रतिशत रन अकेले बनाए थे। यह मैच में टीम के रनों में किसी एक बल्लेबाज द्वारा बनाए गए सबसे अधिक प्रतिशत रन हैं।

माइकल स्लेटर

बैनरमैन के काफी करीब पहुंचे थे स्लेटर

बैनरमैन के अलावा 16 अन्य मौके ऐसे रहे हैं जिसमें बल्लेबाजों ने अपनी टीम के 60 या उससे अधिक प्रतिशत रन अकेले बनाए हैं। हालांकि, कोई भी उनके रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया है। 1999 में ऑस्ट्रेलिया के ही माइकल स्लेटर ने अपनी टीम के 184 में से 123 रन अकेले बनाए थे। 66.84 प्रतिशत रन बनाने वाले स्लेटर बेहद करीबी अंतर से विश्व रिकॉर्ड बनाने से चूके थे।

डेब्यू

सबसे अधिक उम्र में टेस्ट डेब्यू करने का रिकॉर्ड

इतिहास के पहले टेस्ट में इंग्लैंड के लिए खेलने वाले जेम्स साउथर्टन ने भी ऐसा रिकॉर्ड बनाया था जो आज तक कायम है। उन्होंने 49 साल 119 दिन की उम्र में डेब्यू किया था जो आज भी टेस्ट में सर्वाधिक उम्र में किया गया डेब्यू है। 1955 में पाकिस्तान के मिरन बख्श ने 47 साल और 284 दिनों की उम्र में भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया था और इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं।

लेखा-जोखा

ऐसा रहा था इतिहास का पहला टेस्ट

पहले टेस्ट की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 245 रन बनाए थे जिसके जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी 196 पर समाप्त हुई थी। ऑस्ट्रेलिया के लिए बिली मिडविंटर ने पांच विकेट लिए थे। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी इंग्लैंड ने केवल 104 के स्कोर पर समेट दी थी जिसमें अल्फ्रेड शॉ ने पांच विकेट लिए थे। 154 के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड 108 रन ही बना सका था। ऑस्ट्रेलिया के टॉम कैंडेल ने सात विकेट चटकाए थे।

जानकारी

न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)

इस टेस्ट मैच में चार गेंदों का ओवर था जबकि वर्तमान समय में एक ओवर में छह गेंदें होती हैं। इसके अलावा टेस्ट का चौथा दिन रेस्ट डे था और इस प्रकार मैच केवल चार दिन ही खेला गया था।