MCC ने बदले क्रिकेट के कई नियम, मांकडिंग अब खेल भावना के खिलाफ नहीं
क्या है खबर?
क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने खेल के नियमों में कुछ बदलाव के सुझाव दिए हैं।
MCC के मुताबिक 'मांकडिंग' के जरिए अब बल्लेबाज को आउट करना खेल भावना के खिलाफ नहीं माना जाएगा। वहीं गेंद पर लार लगाने पर स्थाई रूप से प्रतिबंध लगाने की बात कही है। ये नए नियम अब 1 अक्टूबर से लागू होंगे।
इसके अलावा भी कई नियमों में संशोधन किए गए हैं, उन पर नजर डालते हैं।
जानकारी
क्या होता है मांकडिंग?
क्रिकेट के नियमों के अनुसार, जब गेंदबाज सामान्य रूप से गेंद फेंकने वाला होता है, उस वक्त अगर नॉन स्ट्राइक पर खड़ा बल्लेबाज क्रीज से बाहर है, तो गेंदबाज उसे रन-आउट कर सकता है।
नियम 38.3
अब खेल भावना के अंतर्गत होगा 'मांकडिंग'
क्रिकेट में जब किसी खिलाड़ी को 'मांकडिंग' के जरिए आउट किया जाता है, तो खेल जगत इस नियम पर अक्सर दो भागों में बंटा नजर आता है। एक पक्ष इसे खेल भावना के विपरीत कहता है, तो दूसरा पक्ष नियमों का हवाला देकर खिलाड़ी के आउट होने का समर्थन करता है।
हालांकि, MCC ने इस विवाद को खत्म करने के लिए अब नियम 41 (अनुचित खेल) को नियम 38 (रन आउट) में बदल दिया है।
नियम 41.3
थूक लगाने पर प्रतिबंध
MCC ने लार के उपयोग पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाने का भी सुझाव दिया है।
कोरोना के बाद जब क्रिकेट फिर से शुरु हुआ तब प्लेइंग कंडीशन्स लिखी गई थीं, जिसमें कहा गया था कि गेंद पर लार या थूक (सलाइवा) लगाने की अब अनुमति नहीं है।
MCC ने शोध में पाया कि गेंदबाजों को मिलने वाली स्विंग की मात्रा पर इसका बहुत कम या कोई प्रभाव नहीं पड़ता इसीलिए स्थाई प्रतिबंध ही सही रहेगा।
नियम 18
कैच आउट होने पर क्रीज पर आएगा नया बल्लेबाज
जब कोई बल्लेबाज कैच आउट होता है, तो नया बल्लेबाज स्ट्राइकर के छोर पर ही आएगा। यानी अगली गेंद का सामना नया बल्लेबाज ही करेगा (जब तक कि यह एक ओवर का अंत न हो) और ऐसे में कैच लेते समय आउट होने वाले बल्लेबाज के छोर बदलने के प्रयास का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
MCC के सुझाव पर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) द्वारा पहली बार 'द हंड्रेड' लीग में यह ट्रायल किया जा चुका है।
नियम 20.4.2.12 और नियम 21.4
डेड बॉल को लेकर ऐसे हैं नियम
यदि कोई दर्शक मैदान पर दौड़कर आता है या किसी जानवर का कोई बाहरी हस्तक्षेप होता है और इससे टीम को नुकसान होता है या खेल पर इसका प्रभाव पड़ता है, तो अंपायर इसे डेड बॉल करार देंगे।
यदि कोई गेंदबाज अपनी डिलीवरी स्ट्राइड में प्रवेश करने से पहले स्ट्राइकर को रन आउट करने के प्रयास में गेंद फेंकता है, तो वह अब डेड बॉल (नियम 21.4) होगी। हालांकि, यह एक दुर्लभ मामला है।
नियम 27.4 और 28.6
फील्डिंग साइड का अनफेयर मूवमेंट
अब तक फील्डिंग टीम का कोई भी सदस्य जो गलत तरीके से चलता था, उसे केवल 'डेड बॉल' से दंडित किया जाता था और संभावित रूप से बल्लेबाज द्वारा पूरी तरह से अच्छे शॉट को रद्द कर दिया जाता था।
यह देखते हुए कि ये काम अनुचित है और जानबूझकर ऐसा किया गया है तो अब यह बल्लेबाजी टीम को पांच रन पेनल्टी के रूप में मिलेंगे।
नियम 22.1
वाइड गेंद को जज करना
आजकल के खेल में बल्लेबाज गेंदबाज के द्वारा गेंद फेंकने से पहले ही क्रीज के चारों ओर मूव करने लगते हैं। ऐसे में वाइड गेंद को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा होती है।
इसलिए नियम 22.1 में संशोधन किया गया है और अब वाइड बॉल वहां से मानी जाएगी, जहां बल्लेबाज, गेंदबाज के रन अप शुरू करने से खड़ा होता है, जो आमतौर पर बल्लेबाजी पोजिशन होती है।
नियम 25.8
स्ट्राइकर को गेंद खेलने का अधिकार
अगर गेंद पिच के बाहर गिरती है, तो नए नियम 25.8 के मुताबिक स्ट्राइकर तब तक उस गेंद को खेल सकता है, जब तक कि उसका बल्ला या व्यक्ति का कुछ हिस्सा पिच के भीतर रहता है। अगर वे इससे आगे निकल जाता है, तो अंपायर इसे डेड बॉल का संकेत देगा।
इसके अलावा कोई भी गेंद अगर बल्लेबाज को पिच छोड़ने के लिए मजबूर करेगी, तो उसे भी नो बॉल कहा जाएगा।