बैडमिंटन में भारतीय खिलाड़ियों के नाम दर्ज हैं ये शानदार रिकॉर्ड
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु टोक्यो ओलंपिक में महिला एकल क्वार्टर फाइनल में अकाने यामागुची को सीधे गेम में हरा दिया। वह सेमीफाइनल मुकाबले में अब चीनी ताइपे की ताई जु यिंग से भिड़ेंगी। 26 वर्षीय सिंधु ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। कई अन्य भारतीय शटलर्स ने भी बैडमिंटन में उपलब्धि हासिल की हैं। आइए उन पर एक नजर डालते हैं।
ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय हैं पादुकोण
प्रकाश पादुकोण भारत के महानतम बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक हैं। 1980 में, वह पुरुष एकल ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय बने। ऐतिहासिक जीत ने उन्हें शीर्ष क्रम का खिलाड़ी बना दिया, वह शीर्ष स्थान हासिल करने वाले पहले भारतीय बने थे। 16 साल की उम्र में पादुकोण ने 1971 में भारतीय राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप जीती। उन्होंने 1971-1979 (सबसे अधिक) तक कुल नौ बार राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीते।
पादुकोण की उपलब्धि को दोहराने में सफल हुए गोपीचंद
पादुकोण की ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप जीतने के कारनामे को दोहराने में भारतीय शटलर को 21 साल लग गए। पुलेला गोपीचंद 2001 में प्रतिष्ठित चैंपियनशिप जीतने वाले पादुकोण के बाद दूसरे भारतीय बने। उन्होंने चेन होंग को हराकर खिताब जीता था। वहीं सेमीफाइनल में उन्होंने विश्व के नंबर एक पीटर गाडे को हराया था। गोपीचंद ने लगातार पांच सालो (1996-2000) तक भारतीय राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप जीती।
बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय हैं सिंधु
2019 में, पीवी सिंधु ने बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप जीती और ऐसा करने वाली पहली भारतीय बनीं। उन्होंने फाइनल मुकाबले में जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराकर यह उपलब्धि हासिल की। सिंधु ने बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में कुल पांच पदक जीते और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता झांग निंग की बराबरी की। हालांकि, वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली सबसे तेज (2013-2014, 2017-2018 और 2019) बैडमिंटन खिलाड़ी बन गईं।
ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं साइना
पूर्व विश्व नंबर एक साइना नेहवाल 2012 में ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं थी। लंदन ओलंपिक में, साइना ने कांस्य पदक जीता था। तब कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में विपक्षी शटलर वांग शिन चोट के कारण मैच पूरा नहीं खेल सकी थी। 2015 में, साइना कई शानदार प्रदर्शनों के बाद दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनीं थी। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह प्रकाश पादुकोण के बाद दूसरी भारतीय थीं।
श्रीकांत ने हासिल की ये उपलब्धि
2015 में, श्रीकांत किदांबी स्विस ओपन ग्रां प्री गोल्ड में स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी (पुरुष) बने थे। उन्होंने फाइनल में विक्टर एक्सेलसन को हराकर यह उपलब्धि हासिल की थी। दो साल बाद, उन्होंने फाइनल में चेन लॉन्ग को हराकर ऑस्ट्रेलियाई सुपर सीरीज जीती। उन्होंने लगातार तीन सुपर सीरीज फाइनल (सिंगापुर, इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया) में प्रवेश करने का भारतीय रिकॉर्ड बनाया था।