ओलंपिक 2020: इन एथलीट्स और खेलों से है भारत को पदक जीतने की उम्मीद
टोक्यो ओलंपिक 2020 की शुरुआत हो चुकी है। भारत की ओर से 119 एथलीट खेलों के इस महाकुंभ में हिस्सा लेने पहुंचे हैं और यह ओलंपिक में भेजा गया भारत का सबसे बड़ा दल है। 2016 में हुए ओलंपिक में भारत को केवल दो ही पदक मिले थे। इस बार भारत के पास 85 पदक जीतने वाले इवेंट हैं। एक नजर डालते हैं उन एथलीट्स पर जो इस बार भारत के लिए पदक जीत सकते हैं।
2016 के प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगी सिंधू
रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतकर भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने इतिहास रचा था। ओलंपिक में यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी थीं। वर्तमान समय में अपने बेस्ट पर नहीं होने के बावजूद बैडमिंटन से पदक जीतने के लिए सिंधू सबसे बड़ी उम्मीद हैं। सिंधू से भारतीय बैडमिंटन दल को काफी उम्मीदे हैं और अधिकतर लोगों को उनसे ही पदक आने की उम्मीद है।
कुश्ती में इन खिलाड़ियो से हैं उम्मीदें
विनेश फोगाट 53 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में हिस्सा लेने वाली हैं। अपने वर्ग में सर्वश्रेष्ठ वरीयता वाली विनेश के साथ स्वीडन की सोफिया मैट्सन, चीन की पांग कियानू, अमेरिका की जकारा विंचेस्टर और जापान की मायू मूकैदा होंगी। विशेषज्ञों की मानें तो फाइनल में विनेश और मूकैदा की भिड़ंत हो सकती है। बजरंग पुनिया पुरुष वर्ग में काफी अधिक उम्मीदों के साथ गए हैं और देश को उनसे पदक की काफी उम्मीदें हैं।
मुक्केबाजी में मैरी और पंघाल से हैं उम्मीदें
38 साल की उम्र में मैरी कॉम एक बार फिर ओलंपिक में हिस्सा लेती दिखेंगी। 2012 ओलंपिक में मैरी ने कांस्य पदक हासिल किया था। छह बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरी ओलंपिक स्वर्ण जीतने के इंतजार को खत्म करना चाहेंगी। पुरुष वर्ग में अमित पंघाल से काफी अधिक उम्मीदें हैं। पंघाल अपने वर्ग में विश्व के श्रेष्ठ रैंकिंग वाले मुक्केबाज हैं और उन्होंने ओलंपिक के लिए काफी शानदार तैयारी की है।
एथलेटिक में पदकों का सूखा खत्म कर सकते हैं नीरज
एथलेटिक में पदकों के सूखे को खत्म करने के लिए भारत की उम्मीदें नीरज चोपड़ा पर टिकी हैं। 23 साल के जैवलिन थ्रोवर नीरज ने इस साल मार्च में अपने ही नेशनल रिकॉर्ड को तोड़ा था। थॉमस रोह्लर ने इस बार अपना नाम वापस ले लिया है तो नीरज के पास पदक जीतने का सुनहरा मौका रहेगा। भले ही नीरज का व्यक्तिगत बेस्ट 88.07 मीटर का है उनके अधिकतर विपक्षियों ने 90 मीटर के मार्क को टॉप किया है।
क्या भारतीय हॉकी टीम खत्म करेगी चार दशक का सूखा?
हाल के समय में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने निरंतरता दिखाई है। FIH प्रो लीग में कई टॉप देशों को हराने के बाद भारत चौथे स्थान पर रहा था। टोक्यो गेम्स में ग्रुप A में मौजूद भारत का पहला मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाला है। आखिरी बार भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 1980 में ओलंपिक पदक जीता था। ग्लास्गो में हुए ओलंपिक में टीम ने स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था।
ये अन्य एथलीट्स भी हैं पदक के दावेदार
सौरभ चौधरी और मनु भाकर की शूटिंग जोड़ी 10 मीटर एयर पिस्टल के मिक्स्ड इवेंट में पदक जीतने की कोशिश करेगी। 2020 एशियन भारोत्तोलन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली मीराबाई चानू 49 किलोग्राम भारवर्ग में पदक का सूखा खत्म करना चाहेंगी। हाल ही में पेरिस में हुए 2021 तीरंदाजी विश्व कप में तीन स्वर्ण पदक जीतने वाली दीपिका कुमारी भी ओलंपिक पदक के साथ वापस आ सकती हैं।