मीराबाई चानू हुईं चोटिल, 5 महीनों तक रहेंगी खेल से दूर
क्या है खबर?
भारत की वेटलिफ्टर मीराबाई चानू कुछ समय के लिए भारी वजन को हाथ तक नहीं लगाएंगी। उन्होंने कंधे में चोट के कारण पांच महीने का ब्रेक लिया है।
चोट के कारण प्रतियोगिता के दौरान उनकी कलाई और पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो रहा था।
चानू ओलंपिक क्वालीफिकेशन दौर में पूरी फिटनेस हासिल करना चाहती हैं। ऐसे में उन्होंने खेल से दूर रहने का फैसला किया है।
आईए पूरी खबर पर एक नजर डालते हैं।
मीराबाई चानू
चानू ने आखिरी टूर्नामेंट में कैसा किया था प्रदर्शन?
चानू को आखिरी बार कोलंबिया की राजधानी बोगोटा में हाल ही में समाप्त हुई विश्व चैंपियनशिप में देखा गया था।
बाईं कलाई में दर्द से जूझने के बावजूद उन्होंने 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता।
मणिपुर की रहने वाली दिग्गज खिलाड़ी ने चीन की होउ झिहुई को मात दी।
2017 के संस्करण में ऐतिहासिक स्वर्ण (48 किग्रा) हासिल करने के बाद विश्व चैंपियनशिप में यह चानू का दूसरा पदक था।
विजय शर्मा
चानू ने शुरू की ट्रेनिंग
बोगोटा में सफल प्रदर्शन के बाद चानू और उनके कोच विजय शर्मा नेताजी सुभाष चंद्र बोस नेशनल स्पोर्ट्स इन्स्टिट्यूट (NIS) पटियाला में ट्रेनिंग बेस पर लौट आए हैं।
उनकी चोटों का NIS में इलाज किया जाएगा। वह कम से कम एक महीने तक कोई वजन नहीं उठाएंगी।
स्टार वेटलिफ्टर पहले अपने कंधे को मजबूत करेगी और उसके बाद पीठ दर्द को ठीक करने पर ध्यान देंगी।
कंधा ठीक करने के लिए 28 वर्षीय खिलाड़ी जिम सत्र में भी भाग लेंगी।
एशियाई खेल
एशियाई खेलों में मिलेगी बड़ी चुनौती
चानू को एशियाई खेलों में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इस टूर्नामेंट कई प्रमुख खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।
2017 में विश्व वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता चानू ने पिछले साल की स्पर्धा में रजत पदक जीता था। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक चैंपियन होउ झिहुई को हराया था।
ऐसे में भारतीय स्टार को अगले साल के आयोजन में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयारी करनी होगी। चोटों से जूझने के बावजूद चानू अपने खेल में शीर्ष पर हैं।
बर्मिंघम
राष्ट्रमंडल खेलों में जीता था स्वर्ण पदक
चानू ने बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों (CWG) 2022 में स्वर्ण पदक जीता था।
उन्होंने कलाई की समस्या के बावजूद गुजरात में राष्ट्रीय खेलों में भी स्वर्ण जीता।
इसके साथ ही जैसे हमने ऊपर बताया उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक भी जीता।
पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण की दौड़ में बने रहने के लिए चानू ने 210 किग्रा भार उठाने का लक्ष्य रखा है।
चानू भारत की शानदार खिलाड़ियों में से एक हैं।