पाकिस्तान क्रिकेट की जिद के आगे झुका विश्व क्रिकेट, जानिए क्या है पूरा मामला
क्या है खबर?
इंटरनेशनल क्रिकेट कांउसिल (ICC) इस साल होने वाले वनडे विश्व के लिए तारीखों का ऐलान नहीं कर रहा था।
इसका सबसे बड़ा कारण था भारत, एशिया क्रिकेट काउंसिल (ACC) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के बीच चल रहा विवाद।
विवाद इतना बढ़ गया था कि इन दोनों बड़े टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खेलने पर ही सवाल उठ गए थे, लेकिन अब सारा विवाद सुलझता हुआ नजर आ रहा है।
आइए पूरे मामले पर एक नजर डालते हैं।
मामला
सबसे पहले जान लेते हैं पूरा मामला क्या है?
इस साल एशिया कप क्रिकेट पाकिस्तान में होने वाला है। भारत ने पाकिस्तान जाने से मना कर दिया था।
इसके बाद PCB ने हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव रखा। इसके तहत भारत के मैच तटस्थ स्थान पर आयोजित होते और बाकी मैच पाकिस्तान में खेले जाते।
पहले इस मॉडल को एशिया कप खेलने वाले सभी क्रिकेट बोर्ड ने खारिज कर दिया था, लेकिन अब मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो जय शाह की अध्यक्षता वाली ACC इसे मंजूरी दे सकती है।
मैच
भारत अपने मैच कहां खेलेगा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान में एशिया कप के 4 मुकाबले खेले जाएंगे। ये सभी मैच लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में आयोजित होंगे।
ये मैच पाकिस्तान बनाम नेपाल, अफगानिस्तान बनाम श्रीलंका, बांग्लादेश बनाम अफगानिस्तान और श्रीलंका बनाम बांग्लादेश के बीच होंगे।
भारत अपने सभी मुकाबले श्रीलंका में खेलेगा। इसके अलावा, फाइनल भी श्रीलंका में खेला जा सकता है। ऐसे में विश्व कप से पहले सभी टीमों के लिए अच्छी तैयारी होगी।
धमकी
पाकिस्तान ने दी थी धमकी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ICC के CEO ज्योफ एलार्डिस और अध्यक्ष ग्रेग बार्कले PCB अध्यक्ष नजम सेठी से मिलने कराची गए थे।
इस दौरान PCB अध्यक्ष सेठी ने ICC से साफ-साफ कह दिया था कि अगर उनका हाइब्रिड मॉडल मंजूर नहीं किया जाता है तो वह वनडे विश्व कप खेलने भारत नहीं जाएंगे।
अब कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व कप में होने वाला मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा।
माना
क्यों ICC और ACC ने मानी PCB की बात?
एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच 2 मैच होने तय हैं।
अगर पाकिस्तान एशिया कप या विश्व कप में नहीं खेलता तो ICC और ACC की कमाई आधी हो जाती और उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता।
भारत और पाकिस्तान के मैचों के बिना प्रसारणकर्ता उतनी राशि नहीं देते, जितनी वह पाकिस्तान की मौजूदगी में ACC और ICC को दे रहे थे।
अब दोनों देशों के बीच एक बार फिर क्रिकेट के मैदान पर भिड़ंत देखने को मिलेगी।