भारत दौरे से पहले बांग्लादेश के कप्तान शाकिब पर हो सकती है कानूनी कार्रवाई, जानें मामला
क्या है खबर?
अगले महीने बांग्लादेश क्रिकेट टीम को टी-20 और टेस्ट सीरीज़ खेलने के लिए भारत दौरे पर आना है।
इस दौरे पर पहले संकट के बादल छा गए थे, क्योंकि बोर्ड के कुछ फैसलों से नाराज़ होकर बांग्लादेश के खिलाड़ी हड़ताल पर चले गए थे, लेकिन जब खिलाड़ियों की मांगे पूरी हो गई, तो उन्होंने हड़ताल वापस ले ली थी।
इस बीच अब खबर आ रही है कि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड कप्तान शाकिब अल हसन पर कानूनी कार्रवाई कर सकता है।
कारण बताओ नोटिस
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने शाकिब को जारी किया कारण बताओ नोटिस
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने टी-20 और टेस्ट टीम के कप्तान शाकिब अल हसन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
दरअसल, शाकिब बांग्लादेश की ग्रामीफोन नाम की टेलीकॉम कंपनी के ब्रांड एम्बेस्डर बन गए हैं। शाकिब ने इस बारे में बोर्ड को कोई सूचना भी नहीं दी थी।
इसके बाद BCB अध्यक्ष नजमुल हसन ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा, "यदि इस मामले में शाकिब संतुष्टिदायक जवाब नहीं दे पाए, तो बोर्ड उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा।"
अनुबंध
हड़ताल की घोषणा के एक दिन बाद शाकिब और ग्रामीफोन कंपनी के बीच हुआ था अनुबंध
बता दें कि बांग्लादेश की टेलीकॉम कंपनी ग्रामीफोन ने 22 अक्टूबर को घोषणा की थी कि देश के प्रमुख क्रिकेटर शाकिब अल हसन उसके ब्रांड एंबेसेडर होंगे।
बांग्लादेश क्रिकेटरों द्वारा हड़ताल की घोषणा के एक दिन बाद शाकिब और ग्रामीफोन कंपनी के बीच अनुबंध हुआ था। वहीं 23 अक्टूबर को बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने हड़ताल वापस ले ली थी।
सूत्रों के मुताबिक, कप्तान शाकिब के कहने पर ही बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने किसी भी तरह की क्रिकेट खेलने से मना किया था।
बयान
शाकिब किसी टेलीकॉम कंपनी के साथ अनुबंध नहीं कर सकते- BCB अध्यक्ष
BCB अध्यक्ष नज़मुल ने कहा, "शाकिब किसी टेलीकॉम कंपनी के साथ अनुबंध नहीं कर सकते हैं और इसके बारे में उनके BCB के साथ हुए कॉन्ट्रेक्ट में साफ तौर पर लिखा है।"
उन्होंने आगे कहा, "टेलीकॉम कंपनी रोबी हमारी टाइटल स्पॉन्सर थी और ग्रामीफोन ने इसके लिए बोली भी नहीं लगाई थी। ग्रामीफोन ने इसके बजाए हमारे कुछ क्रिकेटरों को एक या दो करोड़ टका देकर अनुबंधित कर लिया और इसके चलते बोर्ड को 90 करोड़ तक का नुकसान हुआ।"
अनुबंध
शाकिब ने अनुबंध कैसे किया- नजमुल हसन
नजमुल ने आगे कहा कि कुछ क्रिकेटरों को तो इससे फायदा हुआ, लेकिन BCB को इससे काफी बड़ा नुकसान हुआ।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि मंत्रालय की तरफ से उन्हें निर्देश दिए गए थे कि बिना किसी सूचना के किसी भी टेलीकॉम कंपनी से अनुंबध नहीं करना है। इसका कॉन्ट्रेक्ट में उल्लेख है फिर शाकिब ने अनुबंध कैसे किया। इस अनुबंध की टाइमिंग भी देखिए यह ऐसे समय किया गया जब कोई क्रिकेट नहीं चल रहा है।"
कार्रवाई
अगर शाकिब ने जानबूझकर नियम तोड़ा है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी- नजमुल
BCB प्रमुख नजमुल ने आगे कहा कि हम इस मामले में कानूनी कार्रवाई करेंगे। क्रिकेटर और टेलीकॉम कंपनी से हर्जाना भी मांगेगे।
उन्होंने आगे कहा, "मुझे इसके बारे में 23 अक्टूबर को पता चला और मैंने जुर्माने के लिए ग्रामीफोन कंपनी को पत्र लिखने को कहा है। जबकि शाकिब को भी कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा है। हम शाकिब से बात करेंगे अगर उन्होंने बोर्ड के नियम की जानबूझकर अनदेखी की है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।"
जानकारी
तमीम इकबाल को नहीं मिली थी टेलीकॉम कंपनी से अनुबंध की मंज़ूरी
इससे पहले विश्व कप के बाद सलामी बल्लेबाज़ तमीम इकबाल से भी एक टेलीकॉम कंपनी ने 3 करोड़ में अनुबंध करने का अप्रोच किया था। तमीम ने इस मामले में BCB से अनुमति मांगी थी, जिसे ठुकरा दिया गया और मामला शांत पड़ गया था।