सचिन तेंदुलकर ने खोला 35 साल पुराना राज़, बताया- पहले ट्रायल में नहीं हुआ था सेलेक्शन
क्या है खबर?
क्रिकेट जगत में 'लिटिल मास्टर' और 'क्रिकेट के भगवान' के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेटिंग करियर से जुड़े 35 साल पुराने राज का खुलासा किया है।
लगभग 24 साल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पर राज करने वाले महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर ने खुद बताया कि उनके जीवन के पहले सेलेक्शन ट्रायल में उनका चयन नहीं हुआ था।
सचिन ने महाराष्ट्र के लक्ष्मणराव दुरे स्कूल के एक कार्यक्रम में बच्चों से बात करते हुए इस राज़ से पर्दा उठाया।
सेलेक्शन ट्रायल
मेरे पहले सेलेक्शन ट्रायल में मेरा चयन नहीं हुआ था- सचिन
सचिन ने कार्यक्रम में मराठी में बात करते हुए कहा, "जब मैं स्टूडेंट था, तो मेरे दिमाग में सिर्फ एक ही चीज चलती थी कि मुझे भारत के लिए खेलना है। मेरी यात्रा 11 साल की उम्र में शुरू हुई थी।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे यहां तक याद है कि जब मैं अपने पहले सेलेक्शन ट्रायल के लिए गया था तो मुझे चयनकर्ताओं ने नहीं चुना था। उन्होंने कहा था कि मुझे अपने खेल में सुधार करने की ज़रूरत है।"
शार्ट-कट
शार्ट-कट की मदद से सपने साकार नहीं होते- सचिन
सचिन ने बच्चों से बात करते हुए आगे कहा, "उस समय मैं बहुत निराश था, क्योंकि मुझे लगा कि मैं अच्छी बल्लेबाजी करता था, लेकिन फिर भी नतीजा उम्मीदों के अनुरूप नहीं था और मुझे नहीं चुना गया था।"
उन्होंने आगे कहा, "लेकिन इस रिजेक्शन के बाद मेरा ध्यान, प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत करने की क्षमता और भी ज्यादा बढ़ गई थी। अगर आप अपने सपनों को साकार करना चाहते हो तो शार्ट-कट से मदद नहीं मिलती।"
सफलता का श्रेय
मेरी सफलता मुझे अपने परिवार के सभी सदस्यों की मदद से मिली- सचिन
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले सचिन ने महज़ 16 साल की उम्र में 1989 में भारत के लिए अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला।
सचिन ने अपने इस सफर में सहयोग के लिए अपने परिवार और कोच रमाकांत अचरेकर को श्रेय देते हुए कहा, "मेरी सफलता मुझे अपने परिवार के सभी सदस्यों की मदद से मिली। मैं अपने माता पिता से शुरुआत करूंगा, जिनके बाद मेरे भाई अजीत और बड़े भाई नितिन ने भी सहयोग किया।"
गिफ्ट
मेरी बड़ी बहन ने मुझे जिंदगी का पहला बैट गिफ्ट किया था- सचिन
सचिन ने आगे बताया कि उनकी बड़ी बहन जो इस वक्त पुणे में रहती हैं, उन्होंने उनकी काफी मदद की थी। यहां तक बड़ी बहन ने ही सचिन को उनकी जिंदगी का पहला क्रिकेट बैट गिफ्ट किया था।
उन्होंने कहा, "शादी के बाद पत्नी अंजलि, बच्चे सारा-अर्जुन और अंजलि के माता-पिता ने भी मेरा सहयोग किया। मेरे अंकल और आंटी और कई अन्य लोग भी इसके लिए मौजूद रहे और अंत में निश्चित रूप से रमाकांत अचरेकर सर।"
रिकॉर्ड
वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज़ हैं सचिन तेंदलुकर
वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले विश्व के पहले खिलाड़ी के साथ-साथ सचिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज़ भी हैं।
नवंबर, 2013 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले सचिन के नाम वनडे के 463 मैचों में एक दोहरे शतक, 49 शतक और 96 अर्धशतक के साथ 18,426 रन हैं।
वहीं टेस्ट क्रिकेट में सचिन के नाम 200 मैचों में 53.79 की औसत से 15,921 रन हैं, जिसमें 51 शतक और 68 अर्धशतक शामिल हैं।