वर्ल्ड कप में भारत: उच्चतम टीम स्कोर से लेकर सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी तक, जानें कुछ दिलचस्प आंकड़े
भारत ने अब तक खेले गए सभी वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया है और भले ही भारतीय टीम केवल दो ही बार चैंपियन बन पाई है, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। सचिन तेंदुलकर के नाम वर्ल्ड कप में कई रिकॉर्ड दर्ज हैं तो वहीं सौरव गांगुली और आशीष नेहरा ने भी भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। जानें, वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के उच्चतम स्कोर से लेकर कईं अन्य आंकड़ों के बारे में।
भारत का वर्ल्ड कप में सर्वोत्तम स्कोर
2007 वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ हार के साथ शुरुआत करने के बाद अगले मैच में बरमूडा के खिलाफ भारत ने वर्ल्ड कप का अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया। वीरेन्द्र सहवाग के शतक और सौरव गांगुली, युवराज सिंह के तेज अर्धशतक की मदद से 413 रनों का स्कोर खड़ा किया था। इसके पहले 1999 में श्रीलंका के खिलाफ बनाया गया 373 रनों का स्कोर भारत का वर्ल्ड कप में सर्वोच्च स्कोर था।
भारत का सबसे कम स्कोर
2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम 125 रनों पर ऑलआउट हो गई थी और यह उनका वर्ल्ड कप में अब तक का सबसे कम स्कोर है। 1983 में ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ भारत 158 रनों पर सिमट गई थी।
आशीष नेहरा के नाम है वर्ल्ड कप में पारी की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी
2003 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले के दौरान भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 250 रनों का स्कोर खड़ा किया था। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड के सामने आशीष नेहरा का तूफान आ गया और वे 168 रनों पर ही ऑल आउट हो गए। नेहरा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 23 रन देकर छह विकेट हासिल किए थे जो वर्ल्ड कप में किसी भारतीय गेंदबाज का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है।
गांगुली और द्रविड़ के नाम है सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड
1999 वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ सौरव गांगुली (183) और राहुल द्रविड़ (145) ने दूसरे विकेट के लिए 318 रनों की साझेदारी की थी जो वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। 2003 में सचिन तेंदुलकर (152) और सौरव गांगुली (111) ने नामीबिया के खिलाफ दूसरे विकेट के लिए ही 244 रनों की साझेदारी की थी जो अब तक की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है।
सातवें, आठवें और नौवें विकेट के लिए कपिल देव ने की है सबसे बड़ी साझेदारियां
भारत के लिए वर्ल्ड कप में सातवें विकेट के लिए कपिल देव और मदनलाल ने 58 रनों की सबसे बड़ी साझेदारी की है। आठवें विकेट के लिए कपिल देव और किरन मोरे ने 82 रनों की साझेदारी की है जो भारत के लिए वर्ल्ड कप में आठवें विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है। नौवें विकेट के लिए सैयद किरमानी और कपिल देव ने 126 रनों की अटूट साझेदारी की थी।
दादा ने खेली है सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी
1999 वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ सौरव गांगुली ने 183 रनों की पारी खेली थी जो वर्ल्ड कप में किसी भारतीय खिलाड़ी का सर्वोच्च स्कोर है। कपिलदेव (175*) और वीरेन्द्र सहवाग (175) भी इस लिस्ट में शामिल हैं।
वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रहा है सबसे खराब प्रदर्शन
वर्ल्ड कप में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 मैच खेले हैं और केवल तीन में ही जीत मिली हैै। किसी एक टीम के खिलाफ वर्ल्ड कप में भारत का यह सबसे खराब प्रदर्शन है। भारतीय टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ छह मुकाबले खेले हैं और सभी में जीत हासिल की है। यह वर्ल्ड कप में भारत का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। वर्ल्ड कप में खेले 74 मुकाबलों में भारत को 46 में जीत और 27 में हार मिली है।
तीन बार सेमीफाइनल में हार चुकी है भारतीय टीम
अभी तक खेले गए सभी 11 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम दो बार खिताब जीतने में कामयाब रही है तो वहीं एक बार फाइनल में उसे हार का सामना करना पड़ा। इससे अलग भारतीय टीम तीन बार सेमीफाइनल तक का सफर तय कर चुकी है।