भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका: दूसरे टेस्ट में हार से अफ्रीका को सीखने चाहिए ये सबक
क्या है खबर?
दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को पारी और 137 रनों से हराते हुए तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त ले ली है।
भारत ने पहली पारी में विराट कोहली के नाबाद 254 रनों की पारी की बदौलत 601 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था।
अफ्रीका की टीम 275 पर सिमटने के बाद फॉलो-ऑन खेलते हुए 189 पर ऑल आउट हो गई।
जानें इस मुकाबले से दोनों टीमों को मिलने वाले सबक।
#1
अफ्रीकी बल्लेबाजों को दिखाना होगा धैर्य
इस सीरीज में खेली चार पारियों में से केवल पहले टेस्ट की पहली पारी में ही अफ्रीकी बल्लेबाज धैर्य दिखा सके।
खास तौर से दूसरे टेस्ट की बात करें तो वर्नोन फिलेंडर और केशव महाराज जैसे गेंदबाजों ने अपनी बल्लेबाजी से दिखाया था कि धैर्य के साथ खेलकर पुणे में रन बनाए जा सकते थे।
दोनों ही पारियों में अफ्रीकी बल्लेबाज जल्दबाजी करते हुए दिखाई दिए।
#2
लीडर के तौर पर फेल रहे हैं डू प्लेसी
फाफ डू प्लेसी एक लीडर के तौर पर पूरी तरह फेल रहे हैं।
दूसरे टेस्ट के लिए उन्होंने टीम चयन में गलती की और उसका खामियाजा भी भुगता।
लुंगी न्गीदी जैसे गेंदबाज के पास भारत में खेलने का अनुभव है, लेकिन एनरिच नोर्ट्जे को उतारना डू प्लेसी की गलती थी।
पहले दिन रबाडा ने अच्छी गेंदबाजी की थी, लेकिन दूसरे दिन डू प्लेसी भारत पर दबाव डालने में नाकाम रहे।
#3
टेस्ट में बेस्ट है भारत
जिस तरह भारतीय टीम ने दूसरे टेस्ट मैच में प्रदर्शन किया उसे देखकर साफ पता चलता है कि टीम टेस्ट में बेस्ट है।
बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भारतीय तेज गेंदबाजों ने अफ्रीकी बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया।
पूरे मुकाबले में भारतीय तेज गेंदबाजों मे कुल 10 विकेट झटके और यह काफी बड़ी बात है क्योंकि विदेशी बल्लेबाज तेज गेंदबाजी को खेलने में माहिर होते हैं।
लेखा-जोखा
इस तरह भारत को मिली जीत
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट के नुकसान पर 601 रन बनाए। कप्तान विराट कोहली ने 254* और मयंक अग्रवाल ने 108 रनों की पारी खेली।
रविचंद्रन अश्विन ने चार विकेट लेते हुए अफ्रीका की पहली पारी 275 रनों पर समेट दी। गेंदबाज केशव महाराज ने सबसे ज़्यादा 72 रन बनाए।
चौथे दिन फॉलो-ऑन खेलने उतरी अफ्रीकी टीम दूसरी पारी में 189 के स्कोर पर सिमट गई।
जडेजा और उमेश यादव ने सबसे ज़्यादा 3-3 विकेट लिए।