कोहली को इंटरनेशनल टीम में लाने वाले चयनकर्ता की होगी वापसी- रिपोर्ट्स
भारतीय क्रिकेट बोर्ड फिलहाल बदलावों के दौर से गुजर रहा है। हाल ही में पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी सौरव गांगुली का BCCI का नया अध्यक्ष बनना तय हुआ है। फिलहाल रिपोर्ट्स की मानें तो मुख्य चयनकर्ता के पद पर भी बदलाव देखने को मिल सकता है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और पूर्व चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर एक बार फिर से मुख्य चयनकर्ता के पद पर लौट सकते हैं।
वेंगसरकर की हो सकती है वापसी- रिपोर्ट
मुंबई मिरर की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर एक बार फिर मुख्य चयनकर्ता बनने के लिए तैयार हैं। वर्तमान मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है और बेहद कम उम्मीद है कि उन्हें इस पद पर बनाए रखा जाएगा। नए मुख्य चयनकर्ता के लिए फैसला 23 अक्टूबर को BCCI की सालाना बैठक में लिया जाएगा और उसी दिन गांगुली भी ऑफिशियली अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे।
कोहली को चुनने के लिए धोनी और कर्स्टन से भिड़ गए थे वेंगसरकर
2006 से 2008 तक मुख्य चयनकर्ता रहने वाले वेंगसरकर ने ही विराट कोहली को भारतीय टीम में चुना था। तत्कालीन कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी और कोच गैरी कर्स्टन ने इस फैसले की खिलाफत की थी क्योंकि उन्हें लगा था कि कोहली को कुछ और समय तक घरेलू क्रिकेट खेलने दिया जाए। हालांकि, वेंगसरकर अड़े रहे और उन्होंने एस. बद्रीनाथ की जगह कोहली को भारतीय टीम में चुना।
2006 में वेंगसरकर बने थे भारतीय चयनकर्ता
सितंबर 2006 के अंत में हुई साला बैठक में वेंगसरकर को मुख्य चयनकर्ता बनाया गया था। दो साल के कार्यकाल में वेंगसरकर की टीम ने 2007 टी-20 विश्व कप जीता था जिसमें युसुफ पठान नए चेहरे के रूप में दिखे थे।
वर्तमान चयन समिति के अंडर दो ICC इवेंट में निराश कर चुकी है भारतीय टीम
प्रसाद की अगुवाई वाली चयन समिति के अंडर भारतीय टीम ने दो ICC इवेंट्स में हिस्सा लिया है। 2017 में चैंपियन्स ट्रॉफी में भारतीय टीम सबको रौंदते हुए फाइनल में पहुंची थी, लेकिन वहां पाकिस्तान के खिलाफ उन्हें शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। इसके बाद इसी साल हुए विश्व कप 2019 में भारतीय टीम एक बार फिर शानदार खेल दिखाने के बावजूद सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार झेलकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
विश्व कप 2019 के लिए हुई थी चयन समिति की खूब आलोचना
प्रसाद की अगुवाई में विश्व कप 2019 के लिए भारतीय टीम में अंबाती रायुडू की जगह विजय शंकर को शामिल किया गया था। शिखर धवन के चोटिल होने के बाद रिषभ पंत को मौका मिला और शंकर के चोटिल होने के बाद मयंक अग्रवाल को इंग्लैंड भेजा गया। स्टैंडबाई लिस्ट में होने के बावजूद रायुडू को नहीं चुनने और ओपनर की जगह मिडिल ऑर्डर तथा ऑलराउंडर की जगह ओपनर भेजने के कारण समिति की खूब आलोचना हुई थी।