वनडे के वो पांच बड़े कप्तान, जो अपने देश के लिए नहीं जीत सके विश्व कप
वनडे क्रिकेट की शुरुआत 1971 में हुई थी, इसके चार साल बाद पहला विश्व कप खेला गया था। तब से लेकर आज तक क्रिकेट के इस फॉर्मेट में कई कप्तान आए और गए। क्रिकेट में हर कप्तान का सपना अपने देश के लिए विश्व कप जीतना होता है। 1975 से लेकर कई कप्तानों ने अपने देश के लिए ये कारनामा किया, तो कई कप्तानों का विश्व कप जीतने का सपना अधूरा रह गया। ये कप्तान नहीं जीत सके विश्व कप।
वेस्टइंडीज के दिग्गज कप्तान ब्रायन लारा
ब्रायन लारा ने वेस्टइंडीज के लिए 125 वनडे मैचों में कप्तानी की। लारा की कप्तानी में वेस्टइंडीज ने 59 मैच जीते हैं। लारा वेस्टइंडीज के लिए टेस्ट और वनडे दोनों में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। लारा 2007 विश्व कप में वेस्टइंडीज के कप्तान थे, लेकिन लारा की कप्तानी में वेस्टइंडीज ग्रुप चरण में ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। विश्व कप में वेस्टइंडीज के इस प्रदर्शन के बाद लारा ने वनडे से संन्यास ले लिया था।
पाकिस्तान के सख्त कप्तान शाहिद अफरीदी
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के सख्त कप्तानों में से एक शाहिद अफरीदी का सपना अपने रोल मॉडल इमरान खान की तरह विश्व कप जीतने का था। अफरीदी ने 38 वनडे मैचों में कप्तानी की है, जिसमें 19 मैचों में उनकी कप्तानी में पाक को जीत मिली है। इस बीच अफरीदी का जीत प्रतिशत 51.35% का रहा। 2011 विश्व कप में अफरीदी की कप्तानी में पाक टीम सेमीफाइनल तक पहुंची थी, लेकिन भारत के सामने अफरीदी का सपना चखनाचूर हो गया था।
श्रीलंका के कप्तान कुमार संगाकारा
2011 विश्व कप में कुमार संगाकारा श्रीलंका के कप्तान थे। संगाकारा की कप्तानी में श्रीलंका ने फाइनल तक का सफर तय किया था, लेकिन फाइनल में भारत के सामने उसे हार मिली थी। संगाकारा 45 वनडे मैचों में टीम के कप्तान रहे। उनकी कप्तानी में लंका ने 27 मैच जीते। विश्व कप की 35 पारियों में संगाकारा के नाम 1,532 रन हैं और संगाकारा विश्व कप में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं।
साउथ अफ्रीका के कप्तान एबी डिविलियर्स
विश्व कप में खराब प्रदर्शन के कारण चोकर्स का टैग पाने वाली साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम के हर कप्तान का सपना अपने देश के लिए पहला विश्व कप जीतना रहा है। 2015 में डिविलियर्स की कप्तीन में ऐसा लग रहा था कि मानो एबी का ये सपना बस पूरा होने वाला है, लेकिन समीफाइनल मुकाबले में टीम को करीबी हार झेलनी पड़ी। इस हार के बाद डिविलियर्स, फैफ डुप्लेससि और मोर्ने मोर्केल जैसे खिलाड़ी मौदान पर ही रोने लगे थे।
भारत के महान कप्तानों में से एक सौरव गांगुली
सौरव गांगुली को जब भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी मिली तो टीम पूरी तरह से बिखरी हुई थी। सचिन के कप्तानी से मना करने के बाद टीम मैनेजमेंट ने दादा को कप्तानी सौंपने का फैसला किया था। गांगुली 146 वनडे में भारत के कप्तान रहे, जिसमें 76 मैचों में भारत को सफलता मिली। 2003 विश्व कप में गांगुली की कप्तानी में भारत फाइनल में पहुंचा था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के सामने भारतीय टीम खिताब जीतने में नाकाम रही थी।