भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में तोड़े कई रिकॉर्ड, 112 साल बाद हुआ ऐसा
भारतीय क्रिकेट टीम ने गत शनिवार को टेस्ट सीरीज के 5वें टेस्ट में इंग्लैंड क्रिकेट टीम को पारी और 64 रन से हराकर सीरीज पर 4-1 से कब्जा जमा लिया। सीरीज के पहले मैच में करारी हार झेलने के बाद भारतीय टीम ने जोरदार वापसी करते हुए कमाल कर दिखाया। बड़ी बात यह है कि भारत ने न केवल सीरीज अपने नाम की, बल्कि कई बड़े रिकॉर्ड भी धराशाही कर दिए। आइए उन सभी रिकॉर्ड्स पर नजर डालते हैं।
टेस्ट क्रिकेट में 112 साल बाद हुआ ऐसा कारनामा
भारत 5 या इससे ज्यादा मैच की टेस्ट सीरीज में पहला मैच हारने के बावजूद 4-1 से सीरीज अपने नाम करने वाली सिर्फ चौथी टीम बनी है। पिछली बार यह कारनामा 112 साल पहले हुआ था। इंग्लैंड ने 1911-12 में ऑस्ट्रेलिया को 5 मैच की एशेज सीरीज में पहला टेस्ट हारने के बाद 4-1 से ही मात दी थी। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी घरेलू सरजमीं पर इंग्लैंड के खिलाफ साल 1897-98 और साल 1901-02 में यह कारनामा किया था।
पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम के नाम दर्ज हुआ यह शर्मनाक रिकॉर्ड
भारतीय टीम पहले मुकाबले में 190 रन की बढ़त लेने के बावजूद हार गई थी। उससे पहले इतनी बढ़त (192 रन बनाम श्रीलंका-2015) लेने के बाद वह सिर्फ 1 मैच हारी थी। घरेलू मैदान पर आखिरी बार वह 1964 में 65 रन की बढ़त लेने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हारी थी। भारतीय टीम पहले मुकाबले में 231 रन का लक्ष्य नहीं हासिल कर पाई। घरेलू मैदान पर यह दूसरा सबसे छोटा लक्ष्य था, जिसे वह हासिल नहीं कर पाई।
1997 के बाद पहली बार हुआ ऐसा
भारत के लिए सीरीज में 5 खिलाड़ियों ने डेब्यू किया। साल 1997 के बाद संयुक्त रूप से भारत के लिए पहली बार 1 सीरीज में इतने खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है। पिछले 35 साल में किसी भी घरेलू सीरीज में यह सबसे ज्यादा है। 5 टेस्ट मैच में 18 खिलाड़ी भारत के लिए खेले, जो पिछले 60 साल में संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा है। पिछले 40 साल में किसी घरेलू सीरीज में यह संख्या सबसे अधिक संख्या भी है।
मौजूदा भारतीय टीम से ज्यादा रन थे जो रूट के नाम
विशाखापट्टनम टेस्ट के दौरान जो रूट ने इंग्लैंड के लिए 11,447 रन पूरे किए थे। दूसरी तरफ मौजूदा भारतीय टीम के खिलाड़ियों के कुल रन 10,336 थे। इस टेस्ट मैच को मिलाकर मौजूदा भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों ने कुल 110 मुकाबले खेले थे। इसमें से 50 प्रतिशत टेस्ट मैच तो सिर्फ कप्तान रोहित शर्मा (55) के थे। रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव ने मिलकर 64 टेस्ट विकेट लिए। इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाजों के नाम 50 विकेट आए।
इंग्लैंड का अनुभव नहीं आया काम
रूट, जॉनी बेयरस्टो और बेन स्टोक्स जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने सीरीज में 30 पारियों में 26.10 की खराब औसत के साथ सिर्फ 757 रन बनाए। उनके बल्ले से 1 शतक और 2 अर्धशतक निकले। दूसरी तरफ भारत के लिए डेब्यू करने वाले 4 बल्लेबाजों ने 15 पारियों मे 36.31 की औसत से 472 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 5 अर्धशतक लगाए। आखिरी 3 टेस्ट मैच में सरफराज खान, ध्रुव जुरेल और देवदत्त पडिक्ल ने 409 रन बनाए थे।