ईशान किशन ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हिस्सा लेने से किया था इनकार- रिपोर्ट
विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन पिछले कुछ समय से अपनी हठधर्मिता के कारण सुर्खियों में बने हुए हैं। इसके कारण उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के केंद्रीय अनुबंध से भी हाथ धोना पड़ा है। अब सामने आया है कि बाएं हाथ के बल्लेबाज ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ जारी 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी 3 मैचों में हिस्सा लेने से भारतीय टीम प्रबंधन को इनकार कर दिया था। आइए इस मामले से जुड़ी पूरी खबर जानते हैं।
टीम प्रबंधन ने किशन से किया था संपर्क
ESPN क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय टीम प्रबंधन ने मौजूदा सीरीज के आखिरी 3 मैचों में हिस्सा लेने के लिए किशन से संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। रिपोर्ट में दावा किया गया है, 'टीम प्रबंधन ने किशन से संपर्क कर उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में हिस्सा लेने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने कहा कि वह अभी इसके लिए तैयार नहीं हैं।'
किशन ने दक्षिण अफ्रीका दौर से वापस ले लिया था नाम
ईशान ने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों का हवाला देते हुए दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से नाम वापस ले लिया और इसके बाद अफगानिस्तान के खिलाफ टी-20 श्रृंखला में भी शामिल नहीं हुए। भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि किशन को मैच अभ्यास की कमी के कारण इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम में नहीं चुना गया था। इसके बाद किशन ने पूरे रणजी ट्रॉफी सीजन से भी दूर बना ली।
BCCI ने रणजी ट्रॉफी को दी प्राथमिकता
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देते हुए आदेश दिया था कि केंद्रीय अनुबंधित सभी फिट खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मुकाबले नहीं खेलने के दौरान रणजी ट्रॉफी मैचों में खेलना होगा। इस कदम का उद्देश्य प्रथम श्रेणी क्रिकेट को नजरअंदाज कर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को प्राथमिकता देने वाले खिलाड़ियों में अनुशासन पैदा करना था। BCCI अधिकारी ने कहा था कि खिलाड़ी केवल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट या IPL को प्राथमिकता नहीं दे सकते।
BCCI ने खत्म किया किशन का केंद्रीय अनुबंध
आदेश के बाद भी किशन के रणजी ट्रॉफी में हिस्सा न लेने को BCCI ने गंभीरता से लिया और उनके खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उनका केंद्रीय अनुबंध खत्म कर दिया। नए नियमों के अनुसार, खिलाड़ियों को ग्रेड-C में शामिल होने के लिए एक वर्ष में 3 टेस्ट या 8 वनडे या 10 टी-20 अंतरराष्ट्रीय खेलने की आवश्यकता है। ऐसे में किशन को जगह नहीं दी गई। इसी तरह श्रेयस अय्यर का भी अनुबंध खत्म किया गया है।
कैसा रहा है किशन का क्रिकेट करियर?
किशन ने पिछले साल वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ ऋषभ पंत की अनुपस्थिति के कारण टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला था। उन्होंने 2 मैचों में 78 रन बनाए। किशन ने अपने छोटे से टेस्ट करियर में विंडीज के खिलाफ अपना सर्वोच्च स्कोर 52* रन बनाया। कुल मिलाकर उनके नाम 50 प्रथम श्रेणी मैचों में 39.26 की औसत के साथ 3,063 रन हैं। इसमें उन्होंने 6 शतक और 17 अर्धशतक भी जड़े हैं।
किशन की अनुपस्थिति का जुरैल ने उठाया फायदा
किशन की अनुपस्थिति में पहले 2 टेस्ट में मौका मिलने के बाद भी केएस भरत प्रभावित नहीं कर पाए। ऐसे में तीसरे टेस्ट में ध्रुव जुरेल को डेब्यू का मौका मिला और उन्होंने 46, 90 और 39* की पारी खेलकर मौके को भुना लिया।