महिला टी-20 विश्व कप, पहला सेमीफाइनल: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया मुकाबले में खिलाड़ियों के प्रदर्शन का विश्लेषण
महिला टी-20 विश्व कप 2023 के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने भारत को 5 रनों से हरा दिया। हार के साथ ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम का एक बार फिर टी-20 विश्व कप जीतने का सपना टूट गया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए 172/4 रन बनाए, जिसके जवाब में भारत 20 ओवर में 167/8 रन ही बना सकी। मैच में किन खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा रहा और किसने निराश किया आइए जानते हैं।
हरमनप्रीत कौर की संघर्षपूर्ण पारी
भारतीय टीम को इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टक्कर की टीम माना जा रहा था, लेकिन पहले फील्डिंग और फिर खराब बल्लेबाजी ने टीम को पीछे धकेल दिया। भारत की ओर से कप्तान हरमनप्रीत कौर ने काफी देर तक संघर्ष किया, लेकिन वह टीम की नैया पार नहीं लगा सकी। वह 152.94 की स्ट्राइक रेट से 34 गेंदों में 52 रन बनाकर आउट हुईं। उन्होंने चौथे विकेट के लिए जेमिमा रोड्रिगेज के साथ 69 रन जोड़े।
बेथ मूनी ने खेली तूफानी पारी
अनुभवी बेथ मूनी ने सेमीफाइनल जैसे बड़े मुकाबले में धमाकेदार पारी खेलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने 145.95 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 7 चौकों और 1 छक्के की मदद से 37 गेंदों में 54 रन बनाए। इस फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलिया के लिए ये उनका 17वां अर्धशतक रहा। पारी के दौरान ही उन्होंने टी-20 विश्व कप में अपने 500 रन भी पूरे कर लिए। मूनी (2,276) ऑस्ट्रेलिया की तीसरी सर्वाधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं।
मेग लैनिंग ने कप्तानी पारी खेलते हुए दी टीम को मजबूती
कप्तान मेग लैनिंग ने अपनी शानदार फॉर्म को इस मुकाबले में भी जारी रखा। हालांकि वह इस विश्व कप में तीसरी बार अर्धशतक से चूक गईं। टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड (41) और बांग्लादेश (48*) के खिलाफ भी वह दुर्भाग्यशाली रही थीं। उन्होंने 34 गेंदों में 49* रनों की लाजवाब पारी खेली। इस पारी में लैनिंग ने 144.12 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 4 चौके और 2 छक्के जमाए। महिला टी-20 अंतरराष्ट्रीय में दूसरे सर्वाधिक रन लैनिंग (3,395) के हैं।
नॉकआउट मैचों में खराब रहा है स्मृति का प्रदर्शन
स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना पिछले 2 मैचों में अर्धशतक जमाकर शानदार फॉर्म में थीं। हालांकि ICC नॉकआउट मैचों में वह अपने खराब रिकॉर्ड से निजात नहीं पा सकीं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह बड़े मुकाबले में 5 गेंदों में केवल 2 रन बनाकर ही चलती बनीं। 5 ICC नॉकआउट मैचों (2, 11, 34, 0, 6) में वे अब तक सिर्फ 53 रन बना पाई हैं। मंधाना के जल्दी आउट होने से भारत के लिए मैच में बड़ा अंतर पैदा हो गया।
खराब फील्डिंग ने भारत को बैकफुट पर धकेला
विश्व कप के सेमीफाइनल जैसे बड़े मुकाबले में भारतीय टीम की खराब फील्डिंग के चलते अपनी हालत बद से बदतर कर ली। भारतीय खिलाड़ियों अहम मौकों पर कैच टपकाकर खुद अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली। अर्धशतक जमाने वाली मूनी का 32 के स्कोर कैच छूट गया। इसके अलावा लैनिंग को 1 और 9 के स्कोर पर जीनवदान मिला, जिसका उन्होंने भरपूर फायदा उठाते हुए ताबड़तोड़ 49 रन ठोक दिए।