हॉकी: रैंकिंग में नंबर एक टीम बनी विश्व चैंपियन जर्मनी, भारत छठे स्थान पर बरकरार
क्या है खबर?
हाल ही में हॉकी विश्व कप जीतने वाली जर्मनी की टीम अब FIH द्वारा जारी नवीनतम रैंकिंग में नंबर एक पुरुष टीम बन गई है। खिताबी मुकाबले में जर्मनी ने बेल्जियम को पेनल्टी शूटआउट में 5-4 से हराकर अपना तीसरा विश्व कप जीता था। वह इस टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले चौथे स्थान पर थे।
वहीं निराशाजनक प्रदर्शन करने वाली भारतीय हॉकी टीम छठे स्थान पर बरकरार है।
आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
रैंकिंग
जर्मनी को तीन स्थान का हुआ फायदा
जर्मनी तीन स्थान के फायदे से नंबर एक पर पहुंच गया है। नीदरलैंड, जिसने 2023 विश्व कप में कांस्य पदक जीता है, एक स्थान के फायदे से दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। बेल्जियम एक स्थान गंवाकर तीसरे स्थान पर खिसक गया। ऑस्ट्रेलिया अब चौथे स्थान पर पहुंच गया है।
इंग्लैंड और भारत क्रमशः पांचवें और छठे स्थान पर बने हुए हैं। इस बीच कोरिया और न्यूजीलैंड क्रमशः नौवें और 10वें स्थान पर मौजूद हैं।
टॉप-10
ऐसी है टॉप-10 टीमों की स्थिति
हॉकी विश्व कप के बाद टॉप-10 टीमें इस प्रकार से हैं:
जर्मनी (2912.47)
नीदरलैंड्स (2848.29)
बेल्जियम (2845.82)
ऑस्ट्रेलिया (2792.96)
इंग्लैंड (2536.24)
भारत (2478.22)
अर्जेंटीना (2260.32)
स्पेन (2093.52)
कोरिया (1942.50)
न्यूजीलैंड (1899.79)
जानकारी
संयुक्त रूप से दूसरे सर्वाधिक खिताब वाली टीम बनी जर्मनी
जर्मनी केवल पाकिस्तान से पीछे है, जिसने सबसे ज्यादा चार बार (1971, 1978, 1982 और 1994) हॉकी विश्व कप जीता है। जर्मनी के पास नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ संयुक्त रूप से दूसरे सबसे अधिक खिताब हैं।
भारतीय टीम
विश्व कप में भारतीय हॉकी टीम ने किया निराश
भारतीय हॉकी टीम ने पूल-D में अपने शुरुआती मैच में स्पेन को 2-0 से हराया और इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ गोल रहित ड्रॉ खेला। मेजबान टीम ने पूल-D में दूसरे स्थान पर रहते हुए वेल्स को 4-2 से हराया। क्रॉसओवर मैच में भारत न्यूजीलैंड से भिड़ा, लेकिन शूटआउट में हार गया।
इसके बाद प्लेसमेंट प्लेऑफ में भारत ने जापान (8-0) और दक्षिण अफ्रीका (5-2) के खिलाफ जीत दर्ज करके अपने अभियान का अंत किया।
इस्तीफा
कोच रीड ने दिया इस्तीफा
भारत के खराब प्रदर्शन के बाद मुख्य कोच ग्राहम रीड ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। भारत अर्जेंटीना के साथ संयुक्त रूप से नौवें स्थान पर रहा था। यह पुरुषों के हॉकी विश्व कप में किसी मेजबान देश द्वारा अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।
बता दें, रीड के कार्यकाल के दौरान ही भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीता था, जो बड़ी उपलब्धि थी।