हॉकी विश्व कप: जर्मनी ने बेल्जियम को पेनल्टी शूटआउट में हराकर तीसरी बार जीता खिताब
क्या है खबर?
हॉकी विश्व कप के फाइनल मुकाबले में जर्मनी हॉकी टीम ने बेल्जिम को पेनल्टी शूटआउट में 5-4 से हराकर तीसरी बार विश्व कप का खिताब जीत लिया है।
2002 में पहली बार ट्रॉफी जीतने के बाद 2006 में टीम ने सफलतापूर्वक अपना टाइटल डिफेंड किया था। 2010 में टीम रनर-अप रही थी। वह चार बार ओलंपिक गोल्ड भी जीत चुकी है।
पहले क्वार्टर में बेल्जियम की टीम ने शानदार खेल दिखाया, लेकिन उसके बाद वह मैच में नहीं लौट पाई।
पहला क्वार्टर
पहले क्वार्टर में बेल्जियम ने शानदार खेल दिखाया
पहले क्वार्टर में बेल्जियम की टीम ने शानदार खेल दिखाया और 15 मिनट के अंदर ही दो गोल दाग दिए। दोनों गोल एक मिनट के अंतराल पर किए गए।
बेल्जियम के लिए पहला गोल वान औबेल ने किया। वहीं दूसरे गोल के लिए टॉम बून ने किना को पास दिया। उन्होंने एक रिवर्स स्टिक से टंगुईकोसिन्स को पास दिया और उन्होंने उसे गोल पोस्ट में भेज दिया। जर्मनी पहले क्वार्टर में कुछ भी कमाल नहीं कर पाई।
मुकाबला
बेहद रोमांचक रहा मुकाबला
जर्मनी को दूसरे क्वार्टर में दो पेनल्टी कार्नर मिले। निकलेस वेलेन ने एक गोल दागा और स्कोर 1-2 हो गया।
तीसरे क्वार्टर में जर्मनी ने शानदार खेल दिखाया और पेनल्टी कार्नर में गोंजालो पेइलट ने शानदार गोल कर जर्मनी को 2-2 की बराबरी पर ला दिया।
चौथे क्वार्टर में जर्मनी ने एक और गोल दागा और 3-2 से आगे हो गए, लेकिन टॉम बून ने आखिरी मिनट में गोल कर मुकाबले को बराबरी पर ला दिया।
सफर
कैसा रहा जर्मनी का विश्व कप में सफर?
जर्मनी की टीम ने 27 जनवरी को सेमीफाइनल में बेहद मजबूत मानी जा रही ऑस्ट्रेलिया हॉकी टीम को 4-3 से हराकर फाइनल में जगह पक्की की थी।
इससे पहले उन्होंने इंग्लैंड को शूटआउट में 4-3 से हराया था। 23 जनवरी को फ्रांस के खिलाफ वह 5-1 से जीती थी।
20 जनवरी को कोरिया के खिलाफ मैच में टीम को 7-2 से जीत मिली। बेल्जियम के खिलाफ उन्होंने ड्रॉ खेला था और जापान के खिलाफ 3-0 से जीत दर्ज की थी।
बेल्जियम
कैसा रहा बेल्जियम का विश्व कप में सफर?
बेल्जियम की टीम ने 27 जनवरी को खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में नीदरलैंड हॉकी टीम को पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हराया था।
इसके बाद 24 जनवरी के खेले गए न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले को टीम ने 2-0 से अपने नाम किया था।
20 जनवरी को टीम ने जापान पर 7-1 से जीत दर्ज की और 17 जनवरी को जर्मनी के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेला। वहीं 14 जनवरी को उसने कोरिया के खिलाफ 5-0 से मुकाबला जीता था।
हॉकी
इन खिलाड़ियों ने किया कमाल का प्रदर्शन
हॉकी विश्व कप में सबसे ज्यादा गोल ऑस्ट्रेलिया के जेरेमी हेवर्ड ने किए। उन्होंने पांच मैचों में 8 गोल दागे।
फ्रांस के विक्टर शार्लेट ने छह मैच में 8 गोल दागे। तीसरे नंबर पर बेल्जियम के टॉम बून रहे जिन्होंने पांच मैच में 7 गोल किए।
नीदरलैंड के जिप जैनसेन ने 7 गोल किए और वह चौथे स्थान पर रहे। ऑस्ट्रेलिया के ब्लेक गोवर्स ने 6 गोल और अर्जेंटीना के मैको कैसाला ने छह मैच में 6 गोल दागे।