रायडू ही नहीं, ये खिलाड़ी भी रिटायरमेंट लेने के बाद कर चुके हैं वापसी
2019 क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय टीम में न चुने जाने के बाद निराश हो कर अंबाती रायडू ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। लेकिन अब रायडू का मानना है कि अभी उनमें बहुत क्रिकेट बाकी है और इसलिए उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने का ऐलान किया है। बता दें कि रिटायरमेंट लेने के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने वाले रायडू पहले क्रिकेटर नहीं हैं। बल्कि उनसे पहले भी कई क्रिकेटर ऐसा कर चुके हैं।
पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद
अगर इमरान खान पाकिस्तान के सबसे बड़े कप्तान हैं, तो जावेद मियांदाद पाकिस्तान के सबसे बड़े बल्लेबाज हैं। 1986 में भारत के खिलाफ चेतन शर्मा की गेंद पर जब पाकिस्तान को चार रनों की जरूरत थी, तो मियांदाद ने छक्का लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई थी। 1996 में मियांदाद ने खराब फॉर्म के कारण क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के कहने पर 10 दिनों के भीतर ही उन्होंने अपना फैसला बदल दिया था।
इंग्लैंड के विस्फोटक खिलाड़ी केविन पीटरसन
इंग्लैंड के सबसे बड़े बल्लेबाजों में से एक केविन पीटरसन ने 2011 में बोर्ड और कोच पीटर मूर्स से विवाद के चलते अचानक क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। हालांकि, कुछ महीनों के बाद पीटरसन ने अपना फैसला वापस ले लिया था, लेकिन बोर्ड से उनका विवाद काफी लंबे वक्त तक चलता रहा। जिसके कारण 2014 के बाद वह कभी इंग्लैंड के लिए नहीं खेल सके। पीटरसन के नाम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 13,000 से ज्यादा रन हैं।
पाकिस्तान को 1992 विश्व कप जिताने वाले इमरान खान
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के सबसे बड़े कप्तान और दुनिया के महान ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक इमरान खान ने 1971 में पाकिस्तान के लिए अपना पहला मैच खेला था। अपने जुनून और खेल के प्रति दीवानगी के लिए पहचाने जाने वाले इमरान खान ने 1987 विश्व कप के बाद क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। लेकिन पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जिया उल हक के कहने पर उन्होंने अपना फैसला वापस लिया और पाकिस्तान को 1992 विश्व कप का खिताब जिताया।
वनडे क्रिकेट को नई परिभाषा देने वाले वेस्टइंडीज के कार्ल हूपर
वनडे क्रिकेट को नई परिभाषा देने वाले वेस्टइंडीज के विस्फोटक खिलाड़ी कार्ल हूपर ने 1999 विश्व कप से ठीक पहले क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया था। हालांकि, 2001 में उन्होंने अपना फैसला वापस लिया और एक बार फिर वेस्टइंडीज क्रिकेट में अपनी सेवा दी। 2003 विश्व कप में हूपर ने अपनी टीम की कप्तानी की, लेकिन टीम दूसरे राउंड ही तक पहुंच सकी। जिसके बाद युवाओं को मौका देने के लिए हूपर क्रिकेट से दूर हो गए।
वनडे क्रिेकेट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी
पाकिस्तान के स्टार ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने कई बार क्रिकेट को अलविदा कहा। सबसे पहले अफरीदी ने 2006 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया। लेकिन 2010 में वह एक बार फिर कप्तान बन कर वापस आ गए। हालांकि, एक मैच के बाद उन्होंने फिर संन्यास ले लिया। इसके बाद 2011 विश्व कप में सेमीफाइनल में हारने के बाद अफरीदी ने फिर संन्यास लिया। लेकिन कुछ ही वक्त वापस आने के बाद 2015 विश्व कप तक खेला।