पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पत्र लिखकर जताई भारत के साथ बातचीत की इच्छा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर भारत के साथ बातचीत की इच्छा जताई है। उन्होंने पत्र में कहा कि इस्लामाबाद कश्मीर समेत सभी मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत का इच्छुक है। इससे पहले इमरान खान ने चुनावों में जीत हासिल करने के बाद मोदी को फोन कर बधाई थी। तब उन्होंने कहा था कि वह भारत के साथ मिलकर शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए अपने विजन को आगे बढाने के लिए तैयार हैं।
बातचीत के जरिए मुद्दे सुलझाने की कोशिश
प्रधानमंत्री मोदी को जीत की बधाई देते हुए इमरान खान ने अपने पत्र में लिखा कि दोनों देशों से गरीबी हटाने और क्षेत्रीय विकास के लिए दोनों देशों में बातचीत ही एकमात्र समाधान है। पत्र में लिखा गया है कि पाकिस्तान कश्मीर समेत सभी मुद्दों को सुलझाना चाहता है। वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी को बधाई देते हुए पत्र लिखा है। हालांकि, यह नहीं बताया गया कि यह पत्र कब मिला है।
SCO में नहीं होगी भारत-पाक द्विपक्षीय बैठक
आगामी 13-14 जून को किर्गिस्तान के बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन का आयोजन होगा। कयास लगाए जा रहे थे कि इस सम्मेलन से इतर भारत और पाकिस्तान की द्विपक्षीय बैठक हो सकती है, लेकिन भारत ने इस खबरों का खंडन किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि बिश्केक के SCO सम्मेलन में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ द्विपक्षीय बैठक की कोई योजना नहीं बनाई गई है।
इमरान खान ने मोदी से की थी फोन पर बात
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्विटर पर लिखा कि इमरान खान ने प्रधानमंत्री मोदी से बात कर उन्हें लोकसभा चुनावों में जीत की बधाई दी। उन्होंने दोनों देशों के लोगों की भलाई के लिए साथ मिलकर काम करने की बात कही। उन्होंने आगे लिखा कि पाकिस्तान भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। इससे पहले 23 मई को इमरान खान ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी को दोबारा सत्ता में आने की बधाई दी थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कही यह बात
इमरान की बात के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि क्षेत्र में शांति, प्रगति और समृद्धि में सहयोग के लिए भरोसा बनाने के लिए हिंसा और आंतक से मुक्त माहौल बनाना होगा। भारत ने पाकिस्तान के सामने अपना स्टैंड मजबूती के साथ रख दिया है। भारत हमेशा से कहता आया है कि पाकिस्तान जब तक आतंकवाद पर रोक नहीं लगाता, तब तक किसी प्रकार की बातचीत नहीं की जाएगी। पिछले कुछ समय से भारत-पाक के बीच बातचीत बंद है।
पुलवामा हमले के बाद पहली बार बातचीत
इमरान और मोदी के बीच फरवरी में पुलवामा में हुए हमले के बाद यह पहली बातचीत थी। बता दें, पुलवामा हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हुए थे, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम सीमा पर पहुंच गए था। दोनों देशों की वायुसेना एक-दूसरे के हवाई क्षेत्र में घुस आई थी। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों पर बम बरसाए थे। कई देशों की मध्यस्थता के बाद दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ।