पिछले ढाई सालों से शतक नहीं लगा सके हैं पुजारा, आंकड़ों में जानें प्रदर्शन
क्या है खबर?
भारतीय टीम पहली बार खेली गई विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में न्यूजीलैंड से हार गई।
टीम के मुख्य बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने खिताबी मुकाबले में निराश किया। पिछले कुछ समय से अपनी फॉर्म से जूझ रहे पुजारा लम्बी पारी नहीं खेल सके हैं और पिछले ढाई सालों से शतक नहीं लगा पाए हैं।
हम जनवरी 2019 के बाद से पुजारा के प्रदर्शन पर आंकड़ों के जरिए नजर डालते हैं।
WTC फाइनल
WTC फाइनल में ऐसा रहा पुजारा का प्रदर्शन
पुजारा सॉउथैम्पटन में खेले गए फाइनल मुकाबले में अच्छा नहीं खेल सके थे।
वह पहली पारी में रोहित शर्मा और शुभमन गिल द्वारा दी गई ठोस शुरुआत का फायदा नहीं उठा सके। पुजारा पहली पारी में सिर्फ आठ रन बनाकर ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर एलबीडब्लू हो गए।
दूसरी पारी में भी वह मध्यक्रम में मजबूती देने में नाकाम रहे। उन्होंने 15 रन बनाए और काइल जैमीसन का शिकार बने।
खराब औसत
जनवरी 2019 से खराब रहा है पुजारा का औसत
पुजारा 2018/19 बॉर्डर-गावस्कर सीरीज (521) में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।
उन्होंने तीन शतक लगाकर भारत को ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि इसके बाद से वह लम्बी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं।
जनवरी 2019 से पुजारा ने 30 पारियों में 28.03 की औसत से 841 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने 81 (बनाम दक्षिण अफ्रीका) के सर्वोच्च स्कोर के साथ नौ अर्धशतक लगाए हैं।
प्रदर्शन
घर से बाहर ऐसा रहा पुजारा का प्रदर्शन
2018/19 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे के बाद से पुजारा का प्रदर्शन खराब रहा है। उन्होंने घर से बाहर 18 टेस्ट पारियों में 25.22 की औसत से सिर्फ 454 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने चार अर्धशतक अवे टेस्ट में दर्ज किए गए हैं।
पुजारा ने इस साल की शुरुआत में 50, 77 और 56 के अच्छे स्कोर किए थे।
हालाँकि, वह अपनी अच्छे फॉर्म को बरकरार नहीं रख सके हैं।
आंकड़े
2013/14 में भी खराब फॉर्म से गुजरे थे पुजारा
पुजारा ने जनवरी 2019 के बाद से टेस्ट में शतक नहीं लगाया है।
उन्होंने आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में हुए टेस्ट में 193 रनों की पारी खेली थी, जो ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
ऐसा ही खराब प्रदर्शन पुजारा ने दिसंबर 2013 और 2014 के बीच किया था। उन्होंने इस दौरान 22 टेस्ट पारियों में 26.59 की औसत से 585 रन बनाए।
उस समय पुजारा ने केवल तीन अर्धशतक लगाए थे।
तेज गेंदबाज
तेज गेंदबाजों के सामने मुश्किल में फंसे हैं पुजारा
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में पुजारा तेज गेंदबाजों के सामने ज्यादा परेशान रहे थे। वह कुल पांच बार ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस की गेंद पर आउट हुए थे। कमिंस के साथी खिलाड़ी जोश हेजलवुड ने भी पुजारा को दो बार आउट किया।
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने इस दौरान तीन बार भारतीय बल्लेबाज का विकेट लिया।
दक्षिण अफ्रीका के कगिसो रबाडा ने भी पुजारा को दो बार आउट किया।
बनाम इंग्लैंड
इंग्लैंड में अपने प्रदर्शन में सुधार करना चाहेंगे पुजारा
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है, जिसकी शुरुआत 4 अगस्त से हो जाएगी।
पुजारा ने इंग्लैंड के खिलाफ 22 मैचों में लगभग 41 की औसत से 1,472 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने पांच शतक और चार अर्धशतक भी लगाए हैं।
इंग्लैंड की धरती में उनका प्रदर्शन खराब रहा है। पुजारा ने इंग्लैंड में अब तक 10 मैचों में 27.52 की औसत से 523 रन बनाए हैं। वह अपने आंकड़ों में सुधार करना चाहेंगे।