अगले दो विश्व कप खेलना और उनमें से एक जीतना है दिनेश कार्तिक का लक्ष्य
क्या है खबर?
2019 क्रिकेट विश्व कप सेमीफाइनल के बाद से ही भारतीय टीम से बाहर चल रहे दिनेश कार्तिक ने अब तक वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है। भले ही कार्तिक को लगातार टीम से बाहर रहना पड़ा है, लेकिन वह अगले दो विश्व कप में भारत के लिए खेलना चाहते हैं।
कार्तिक का कहना है कि दो विश्व कप खेलना उनका लक्ष्य है और साथ ही वह कम से कम एक में भारत को जिताना चाहते हैं।
बयान
अगले दो विश्व कप खेलना है मेरा लक्ष्य- कार्तिक
ESPNcricinfo के साथ इंटरव्यू में कार्तिक ने कहा कि उम्र बढ़ने के साथ ही चीजों में बदलाव आता है और आप चीजों को अलग तरीके से देखते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "फिलहाल मेरा लक्ष्य 2021 टी-20 और 2023 क्रिकेट विश्व कप खेलना है। यदि दोनों नहीं तो कम से कम एक में मै भारत को जीत दिलाना चाहूंगा। मेरे लिए यही सबसे बड़ा लक्ष्य है और टीम का हिस्सा होने के लिए मैं हर संभव प्रयास कर रहा हूं।"
2019 विश्व कप
अनुभव के कारण हुआ था कार्तिक का 2019 विश्व कप में चयन
2019 विश्व कप से पहले कार्तिक को टी-20 टीम में लगातार मौके दिए गए थे और उन्होंने इस दौरान कुछ अच्छी पारियां भी खेली थीं। विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में कार्तिक को टीम में नहीं चुना गया था।
हालांकि, विश्व कप के लिए उन्हें ऋषभ पंत के ऊपर तरजीह दी गई थी। चयनकर्ताओं का कहना था कि विदेश में कार्तिक का अनुभव टीम के काम आएगा।
रोल
भारत के लिए फिनिशर बनना चाहते हैं कार्तिक
कार्तिक का मानना है कि वह भारत के लिए पांच से लेकर सात नंबर तक कहीं भी बल्लेबाजी कर सकते हैं और टीम में फिनिशर की भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने कहा, "टॉप-4 में टीम के पास कई अच्छे खिलाड़ी हैं जिनका प्रदर्शन भी अदभुत रहा है। हालांकि, 5,6 या सात नंबर पर मैं बल्लेबाजी करके टीम के लिए अच्छा स्कोर सेट कर सकता हूं या टीम को जीत दिला सकता हूं।"
अनुभव
कार्तिक के पास है अनुभव का खजाना
36 साल के कार्तिक के पास 26 टेस्ट, 94 वनडे और 32 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का अनुभव है। उन्होंने भारत के लिए 1,025 टेस्ट, 1,752 वनडे और 399 टी-20 अंतरराष्ट्रीय रन बनाए हैं। टी-20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है।
कार्तिक ने अपने करियर में 317 टी-20 मैच खेले हैं और इस फॉर्मेट में उनके पास निचले क्रम में बल्लेबाजी करने का ढेर सारा अनुभव है।