
गावस्कर ने जमैका या पर्थ की बजाय इस भारतीय पिच को बताया सबसे तेज
क्या है खबर?
पूर्व भारतीय महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू वेस्टइंडीज में किया था जहां की पिचों को तेज गेंदबाजों के मुफीद माना जाता है। कैरेबियन पिचें काफी तेज होती हैं और वहां बल्लेबाजों को कठिनाई होती है।
हालांकि, गावस्कर के हिसाब से जमैका या फिर पर्थ कि पिच उनके लिए सबसे तेज और कठिन नहीं रही। उन्होंने भारत की एक पिच को वह पिच बताया है जिस पर बल्लेबाजी करना उनके लिए सबसे कठिन रहा है।
चेन्नई
गावस्कर ने चेन्नई की पिच को बताया सबसे कठिन और तेज
1978 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच चेन्नई में टेस्ट मैच खेला गया था और गावस्कर ने इस मैच वाली पिच को अपने करियर की सबसे तेज पिच बताया है।
उन्होंने कहा, "मैंने सबसे कठिन पिच पर बल्लेबाजी की है वह 1978 की चेन्नई पिच है जिस पर हम वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले थे। यह सबसे तेज पिच थी जिस पर मैं खेला हूं। मैंने सबीना पार्क में खेला है जहां खेल उड़ती है। मैं पर्थ में खेला हूं।"
बल्लेबाजी
दोनों पारियों में दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके थे गावस्कर
चेन्नई में खेले गए इस टेस्ट मैच की दोनों पारियों में गावस्कर दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके थे। पहली पारी में वह चार तो वहीं दूसरी पारी में केवल एक ही रन बना सके थे। दोनों ही पारियों में वह तेज गेंदबाज का शिकार बने थे।
पिच तेज गेंदबाजों के लिए इतनी मुफीद थी कि कुल गिरे 37 में से 23 विकेट तो तेज गेंदबाजों के खाते में ही आए थे।
प्रदर्शन
वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया की तेज पिचों पर अच्छा रहा है गावस्कर का प्रदर्शन
गावस्कर ने जमैका की तेज पिच पर खेले दो मैचों में 88 रन बनाए हैं जिसमें 66 उनका सर्वोच्च स्कोर रहा है। पर्थ की तेज पिच पर उन्होंने एक मैच में 131 और गाबा में एक मैच में 116 रन बनाए हैं।
वेस्टइंडीज में खेले 13 मैचों में उन्होंने सात शतकों की मदद से 1,404 और ऑस्ट्रेलिया में खेले 11 मैचों में पांच शतकों की मदद से 920 रन बनाए हैं।
गैरी सोबर्स
गावस्कर ने सोबर्स को बताया सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर
गावस्कर ने कपिल देव, इमरान खान, इयान बॉथम और सर रिचर्ड हैडली जैसे ऑलराउंडर्स के साथ खेला है, लेकिन उन्होंने गैरी सोबर्स को सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर बताया है।
उन्होंने कहा, "मैंने जिस सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर को खेलते देखा है वह हैं सर गैरीफील्ड सोबर्स। वह ऐसे खिलाड़ी थे जो गेंद और बल्ले दोनों से मैच पलट सकते थे। उन्होंने अपने दम पर जितने मैच पलटे हैं वही कारण है कि वह सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं।"