धोनी के छक्के को लेकर भड़के गंभीर, कहा- पूरी टीम ने जिताया था 2011 विश्व कप
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम ने आज ही के दिन मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका को हराकर 2011 में विश्व कप खिताब जीता था।
फाइनल मुकाबले में गौतम गंभीर (97) और महेन्द्र सिंह धोनी (91*) ने शानदार पारियां खेली थीं।
धोनी ने नुवान कुलशेखरा की गेंद पर भारत के लिए विजयी छक्का लगाया था और लोग उस छक्के को लेकर आज भी बात करते हैं।
हालांकि, गंभीर ने कहा है कि विश्व कप पूरी टीम ने मिलकर जीता था।
सोशल मीडिया
गंभीर ने सोशल मीडिया पर दिखाया अपना गुस्सा
दरअसल, भारत के 2011 विश्व कप जीतने की नौवीं सालगिरह पर क्रिकेट वेबसाइट espncricinfo ने ट्विटर पर एक फोटो पोस्ट की और धोनी के उस विजयी छक्के को मेंशन किया।
इस पर गंभीर ने इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट लेते हुए लिखा, 'क्रिकइंफो आपको याद दिलाना चाहूंगा कि 2011 विश्व कप पूरी टीम ने मिलकर जीता था। इसमें सपोर्ट स्टॉफ और अन्य सभी लोगों का योगदान था। आप उस छक्के से बाहर निकलिए।'
ट्विटर पोस्ट
गौतम गंभीर को आया गुस्सा
Just a reminder @ESPNcricinfo: #worldcup2011 was won by entire India, entire Indian team all support staff. High time you hit your obsession for a SIX. pic.twitter.com/WPRPQdfJrV
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) April 2, 2020
फाइनल मैच
मुश्किल परिस्थिति में बल्लेबाजी करने आए थे गंभीर
2011 विश्व कप फाइनल में 275 रनों के स्कोर का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को पहले ओवर में ही वीरेन्द्र सहवाग के रूप में पहला झटका लग गया था।
इसके बाद सचिन तेंदुलकर भी सस्ते में आउट हो गए और गंभीर पर जिम्मेदारी काफी ज़्यादा बढ़ गई थी।
गंभीर ने युवा विराट कोहली (35) के साथ तीसरे विकेट के लिए 83 रन जोड़े और पारी को संभाला था।
उन्होंने 122 गेंदों में 97 रनों की जुझारू पारी खेली थी।
बदलाव
धोनी ने किया था खुद को प्रमोट
फाइनल में धोनी ने खुद को प्रमोट किया था और पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे।
धोनी ने गंभीर के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 109 रनों की साझेदारी की और भारत को मजबूत स्थिति में ले गए।
भारतीय कप्तान ने तेजी से रन बनाए और श्रीलंका पर दबाव डाला। धोनी ने 79 गेंदों में नाबाद 91 रनों की पारी खेली थी।
अंत में धोनी ने छक्का मारकर भारत को जीत दिलाई थी। जिसका जिक्र हमेशा होता है।
प्रदर्शन
पूरे विश्व कप में इन भारतीय खिलाड़ियों ने किया था अच्छा प्रदर्शन
सचिन तेंदुलकर ने नौ मैचों में दो शतक और दो अर्धशतक के साथ 482 रन बनाए थे। वह टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे।
गंभीर ने 393 और सहवाग ने 380 रन बनाए थे। युवराज सिंह ने 362 रन बनाने के साथ ही 15 विकेट भी हासिल किए थे।
धोना ने नौ मैचों में 241 रन बनाए थे।
जहीर खान (21) संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे।