भारतीय क्रिकेट टीम के नए चयनकर्ताओं का हुआ चुनाव, सुनील जोशी बने मुख्य चयनकर्ता
बोर्ड ऑफ क्रिकेट कंट्रोल इन इंडिया (BCCI) ने अपना नया मुख्य चयनकर्ता चुन लिया है। क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (CAC) ने कुल पांच लोगों को शॉर्टलिस्ट किया था और आज सभी का इंटरव्यू लिया गया। इंटरव्यू के बाद भारतीय पूर्व स्पिनर सुनील जोशी को एमएसके प्रसाद की जगह नया मुख्य चयनकर्ता चुना गया है। वहीं गगन खोड़ा की जगह पूर्व तेज गेंदबाज हरविंदर सिंह ने ली है। वेंकटेश प्रसाद, राजेश चौहान और लक्ष्मण शिवरामाकृष्णन को भी शॉर्टलिस्ट किया गया था।
जोशी के नाम की थी पहले से ही चर्चा
CAC ने जब पांच लोगों को शॉर्टलिस्ट किया था तभी से जोशी के नाम की चर्चा हो रही थी और उनका मुख्य चयनकर्ता बनना लगभग तय था। हरविंदर का चयन जरूर लोगों केे लिए आश्चर्य का विषय हो सकता है।
भारत के लिए 69 वनडे खेल चुके हैं जोशी
1996 से 2001 तक चले इंटरनेशनल करियर के दौरान जोशी ने भारत के लिए 15 टेस्ट और 69 वनडे मैच खेले। टेस्ट में जोशी ने 41 और वनडे में 69 विकेट अपने नाम किए हैं। जोशी ने ओमान के लिए गेंदबाजी कोच की भूमिका निभाई है। इसके अलावा वह अगस्त 2017 में बांग्लादेश के स्पिन गेंदबाजी कोच बने थे। 2019 में उन्होंने अमेरिका के लिए भी थोड़े समय के लिए गेंदबाज कोच की भूमिका निभाई थी।
इस प्रकार हुआ जोशी और हरविंदर का चयन
BCCI ने चीफ सिलेक्टर और चयन समिति के एक सदस्य के पद के लिए आवेदन मांगे थे। इसके लिए उन्हें 44 से ज़्यादा लोगों के आवेदन मिले। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजीत अगरकर ने भी मुख्य चयनकर्ता पद के लिए आवेदन किया था। हालांकि, प्रतिस्पर्धा इतनी ज़्यादा थी कि अगरकर को इंटरव्यू देने का भी मौका नहीं मिला और CAC ने पांच लोगों को शॉर्टलिस्ट किया। इंटरव्यू के बाद जोशी और हरविंदर को चुना गया।
टी-20 विश्व कप के लिए मजबूत टीम तैयार करना होगा जोशी का चैलेंज
मुख्य चयनकर्ता बनने के बाद जोशी के लिए सबसे बड़ा चैलेंज इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए मजबूत टीम तैयार करने का होगा। विश्व कप 2019 में चयन समिति ने चार नंबर के बल्लेबाज को लेकर काफी प्रयोग किए थे और इसका खामियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ा था। नई समिति इन गलतियों से सीख लेना चाहेगी और टी-20 विश्व कप से पहले ही हर विभाग को अच्छे से परख लेना चाहेगी।
दक्षिण अफ्रीका सीरीज़ के साथ अपनी पारी शुरु करेंगे जोशी
जोशी के लिए उनके कार्यकाल का पहला प्रोजेक्ट दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज़ के लिए भारतीय टीम का चयन करने का होगा। इस सीरीज़ में वह युवा खिलाड़ियों को मौका दे सकते हैं।