#NewsBytesExplainer: 48 साल बाद फिर बड़े पर्दे पर आई 'मंथन', क्यों दोबारा रिलीज हो रहीं फिल्में?
इन दिनों फिल्म 'मंथन' खूब चर्चा में है और हो भी क्यों न, यह रिलीज के करीब 48 साल बाद दोबारा सिनेमाघरों में जो आई है। स्मिता पाटिल की यह कालजयी फिल्म 1 और 2 जून को देशभर के 38 सिनेमाघरों में फिर से रिलीज हुई है। सुपरहिट फिल्मों को दोबारा पर्दे पर लाने का चलन हॉलीवुड के बाद अब बॉलीवुड में भी जोर पकड़ रहा है। पेश है इस पर एक खास रिपोर्ट।
आने वाली रिलीज के लिए बनता है माहौल
इन दिनो निर्माता-निर्देशक अपनी सीक्वल फिल्मों को रिलीज करने से पहले ओरिजनल फिल्मों को दोबारा सिनेमाघरों में उतार रहे हैं। यह एक मार्केटिंग रणनीति है, जिससे निर्माताओं को अपनी आने वाली फिल्म की रिलीज के लिए माहौल बनाने में मदद मिलती है। जैसे सनी देओल की 'गदर 2' से पहले 'गदर' को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया। इसे देखने पहुंचे दर्शकों की संख्या से यह अनुमान लगाना भी आसान हो गया कि उसके सीक्वल को कैसी ओपनिंग मिलने वाली है।
मिलते हैं नए दर्शक
बड़े पर्दे पर सुपरहिट फिल्मों को दोबारा रिलीज करने का ट्रेंड इन दिनों निर्माताओं को भा रहा है। इसके पीछे एक कारण यह भी है कि इसके जरिए इन फिल्मों को वो दर्शक मिलते हैं, जो इन्हें सिनेमाई पर्दे पर देखने से चूक गए थे। 'गदर' के 4K वर्जन को देखने वाले 10वीं क्लास के अभिनय देव कहते हैं, "मैंने 'गदर' कभी सिनेमाघर में नहीं देखी थी, क्योंकि जब यह फिल्म रिलीज हुई, तब मेरा जन्म भी नहीं हुआ था।"
बड़े बजट की फ्लॉप फिल्मों के बीच री-रिलीज से मिल रहा फायदा
2023 में 4 500 करोड़ी फिल्में आने के बाद बॉक्स ऑफिस को इस साल से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन अभी तक कमाई के लिहाज से मामला ठंडा साबित हुआ है। कोई भी फिल्म 500 करोड़ की कमाई करने में असफल रही है। 'फाइटर' से लेकर 'योद्धा' तक, किसी भी फिल्म ने अपना दमखम नहीं दिखाया। इस बीच पुरानी फिल्मों को फिर से रिलीज कर निर्माता मुनाफा कमा रहे हैं, क्योंकि दर्शक भी पुरानी फिल्माें में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
'शोले' के 3डी वर्जन ने कूटे थे करोड़ों रुपये
पिछले दिनों बॉलीवुड से लेकर साउथ और हॉलीवुड तक के फिल्म निर्माताओं ने तमाम ऐसी फिल्मों को सिनेमाघरों में दोबारा रिलीज किया, जिनकी सीक्वल फिल्में जल्द रिलीज होने वाली थीं। दिलीप कुमार की 'मुगल ए आजम' और नया दौर को कलर वर्जन में दोबारा रिलीज किया गया था। यही नहीं, 2015 में सुपरहिट फिल्म 'शोले' को 3डी वर्जन में दोबारा रिलीज किया गया था। तब फिल्म ने 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी।
क्या कहते हैं ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श?
जाने-माने फिल्म समीक्षक और ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श कहते हैं कि फिल्मों को दोबारा रिलीज करने का यह चलन बढ़िया है और इसे जारी रहना चाहिए। यह सिनेमाघरों में दर्शकों की भीड़ जुटाता है। उनके मुताबिक, 1970, 1980 और 1990 के दशक में सफल फिल्मों को दोबारा रिलीज करना आम बात थी। फिलहाल अच्छे कंटेंट की कमी और बॉक्स ऑफिस पर छाई मंदी से खासतौर से फिल्म वितरक प्रभावित हैं। लिहाजा री-रिलीज ट्रेंड फायदे का सौदा साबित हो सकता है।
ये फिल्में भी हुईं दोबारा रिलीज
ऋचा चड्ढा की फिल्म 'फुकरे' को लोगों का खूब प्यार मिला था। यह देखते हुए कुछ सिनेमाघरों में इसे दोबारा लगाया गया था। उधर सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत फिल्म 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' 12 मई, 2023 को दोबारा पर्दे पर आई थी। 'दुल्हनिया ले जाएंगे' ताे कई बार रिलीज हो चुकी है। 'इंग्लिश विंग्लिश', 'बाहुबली' और 'जब वी मेट' भी 2 बार सिनेमाघरों में आईं। अब फिल्म 'RRR' को दोबारा देखने के लिए दर्शक उतावले हो रहे हैं।