ट्विटर AI के जरिए जनमत प्रभावित करने वालों का पता लगाएगी- एलन मस्क
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तेज चर्चा के बीच अब एलन मस्क ने भी शनिवार को घोषणा की कि माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर में आने वाले महीनों AI का इस्तेमाल होगा।
ट्विटर में AI का इस्तेमाल "जनमत को प्रभावित करने का पता लगाने और उसे सामने लाने" के लिए किया जाएगा।
मस्क ने ट्वीट में लिखा, 'आने वाले महीनों में हम इस प्लटेफॉर्म पर जनता के विचारों को प्रभावित करने वाले और उसे उजागर करने के लिए AI का उपयोग करेंगे।'
कंटेंट
कंटेंट मॉडरेशन में फेल होने पर उठते रहे हैं सवाल
मस्क ने यह घोषणा ऐसे समय में की है, जब उनके हाथों बिकने के बाद ट्विटर पर कंटेंट मॉडरेशन में कमी को लेकर कई जांच चल रही हैं।
ट्विटर को लेकर कई रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि मस्क ने कई बार छंटनी करके अब तक काफी कर्मचारियों को निकाल दिया है, जिससे कर्मचारियों की कमी हो गई है।
इस वजह से ट्विटर गलत सूचना और घटिया कंटेंट पर निगरानी नहीं रख पा रही है।
कर्मचारी
यूरोपीय संघ ने दिया था कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने का आदेश- रिपोर्ट
इस महीने की शुरुआत में ही फाइनेंशियल टाइम्स ने एक रिपोर्ट में बताया था कि यूरोपीय संघ ने ट्विटर यूजर्स की पोस्ट के रिव्यू के लिए मस्क को मॉडरेटर्स और फैक्ट चेक से जुड़े कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया है।
दरअसल, कंटेंट मॉडरेशन के लिए ट्विटर का जोर मैनुअल रिव्यू को खत्म करने और ऑटोमेशन पर निर्भरता बढ़ाने पर रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया था कि ट्विटर के पास फैक्ट चेकर्स ही नहीं हैं।
एल्गोरिदम
रिकमेंडेशन क्वालिटी में सुधार के लिए सार्वजनिक करेंगे कोड
मस्क ने यह भी घोषणा की कि वह रिकमेंडिंग ट्वीट के लिए लंबे समय से सीक्रेट रहे एल्गोरिदम को भी सार्वजनिक करेंगे।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि ट्विटर 31 मार्च को रिकमेंडेड ट्वीट्स के लिए उपयोग किए जाने वाले सभी कोड ओपन सोर्स कर देगी।
मस्क ने कहा कि कोड उपलब्ध कराना एक बार के लिए शर्मनाक लग सकता है, लेकिन इससे रिकमेंडेशन क्वालिटी में तेजी से सुधार होना चाहिए।
अकाउंट्स
ट्विटर कर्मचारियों को समझ नहीं आती रिकमेंडेशन एल्गोरिदम- मस्क
मस्क ने कहा कि ट्विटर की रिकमेंडेशन एल्गोरिदम काफी जटिल है और यह कंपनी के लोगों को भी पूरी तरह से समझ नहीं आता।
उन पर पहले यह आरोप भी लगा था कि उन्होंने अकाउंट्स पर अधिक इंप्रेशन पाने के लिए ट्विटर के एल्गोरिदम में छेड़छाड़ की थी।
हालांकि, मस्क ने इन दावों को खारिज कर दिया था। एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि मस्क के नेतृत्व में ट्विटर पर नफरती अकाउंट्स बढ़े हैं।