ट्विटर पर अब ट्रोलिंग और फेक न्यूज से बचना मुश्किल, कंटेट की निगरानी हुई कम
क्या है खबर?
ट्विटर अब कंटेंट की निगरानी करने और यूजर्स को ट्रोलिंग, गलत सूचना और बाल यौन शोषण से बचान में असमर्थ है। यह जानकारी BBC ने सोमवार को कंपनी के अंदरूनी सूत्रों के हवाले से दी।
उसने बताया कि ट्विटर के कई विभागों में छंटनी के बाद अब कंपनी कंटेंट की निगरानी नहीं कर पा रही है।
एलन मस्क ने जब से ट्विटर का पदभार संभाला है, तब से गलत और महिला विरोध प्रोफाइल की संख्या में वृद्धि हुई है।
ट्विटर
ट्विटर ने ट्रोलिंग से बचाने वाली 'नज बटन' को हटाया
एलन मस्क के नेतृत्व में ट्विटर अपने यूजर्स को ट्रोल से बचाने के लिए जरूरी फीचर्स को बनाए रख पाना मुश्किल हो रहा है।
ट्विटर ने जिन फीचर्स को हटाया है उनमें से एक 'नज बटन' भी है। इस बटन की डिजाइनर लीजा जेनिंग्स यंग ने BBC को बताया कि इससे ट्रोलिंग में 60 फीसदी तक की कमी आई है।
जब कोई घटिया शब्दों के साथ ट्वीट करते हैं तो उससे पहले ही ये नज बटन अलर्ट भेजती है।
ब्लॉक
मस्क के अधिग्रहण के बाद खोले गए नफरती अकाउंट्स- रिपोर्ट
ट्विटर का नज बटन ट्रोल अकाउंट्स को ऑटोमैटिक तरीके से ब्लॉक भी कर सकता है। हालांकि, नवंबर के अंत में लीजा की पूरी टीम को ही ट्विटर ने हटा दिया था।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि मस्क के अधिग्रहण के बाद से ट्विटर पर नफरत फैलाने वाले खास अकाउंट्स भी खोले गए हैं। इनमें से कई अकाउंट्स पर महिला विरोधी होने का आरोप भी लगाया गया है।
पत्रकार
ट्विटर के पास थी सुरक्षा टीम
ब्रिटेन स्थित थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक डायलॉग के अनुसार, मस्क ने जब से ट्विटर खरीदा है, तब से महिला विरोधी अकाउंट्स की संख्या में 69 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
ट्विटर के पास पत्रकारों और अन्य लोगों को निशाने बनाने वाले राज्य समर्थित अभियानों से सुरक्षा देने के लिए भी एक टीम थी। इस टीम में शामिल रे सेराटो के मुताबिक, वे रोजाना संदिग्ध गतिविधि वाले अकाउंट्स की पहचान करते थे, लेकिन उनकी टीम को छोटा कर दिया है।
मूल्य
यूजर्स की आवाज का बचाव करना ट्विटर का मूल्य
रे सेराटो ने BBC से कहा, "ट्विटर ऐसी जगह थी जहां पत्रकार अपनी बात कहते, उनकी आवाज सुनी जाती और सरकार की आलोचना होती, लेकिन मेरा मानना है कि अब ऐसा नहीं होने वाला है।"
रिपोर्ट में यह कहा गया है कि यूजर्स की अभिव्यक्ति की आजादी और उसका सम्मान करना ट्विटर के मूल मूल्यों में से एक है। आने वाले दिनों यह पता भी चल जाएगा कि अभी भी ये ट्विटर की नीतियों में है या नहीं।