ट्विटर पहले बंद किए गए अकाउंट्स से अब कमा रही करोड़ों रुपये- रिपोर्ट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर की अपनी कंटेंट पॉलिसी है, जिसका उल्लंघन करने पर यूजर्स के अकाउंट्स को स्थाई और अस्थाई तौर पर बैन कर दिया जाता है। पहले के ट्विटर मैनेजमेंट ने इस तरह के कई अकाउंट्स को बैन किया था। हालांकि, जब एलन मस्क ने ट्विटर को खरीदा तो उनमें से लगभग 10 अकाउंट्स को बहाल कर दिया गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इससे ट्विटर को 1.9 करोड़ डॉलर (लगभग 150 करोड़ रुपये) की वार्षिक कमाई होती है।
कट्टर और चरमपंथी विचार से जुड़े ट्वीट के बगल दिखाए जाते थे विज्ञापन
सोशल मीडिया पर नफरती, भड़काऊ कंटेंट रोकने के लिए काम करने वाली एक गैर-लाभकारी संस्था सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट (CCDH) ने कहा कि ये 10 अकाउंट्स उनमें से थे, जिन्हें मस्क ने नवंबर के अंत में घोषित "सामान्य माफी" के तहत बहाल किया था। रिपोर्ट में ऐपल, अमेजन और NFL सहित प्रमुख ब्रांडों की विज्ञापन गतिविधियों का विश्लेषण किया गया। CCDH ने पाया कि इनके विज्ञापन अक्सर कट्टर, चरमपंथी विचार से जुड़े ट्वीट के बगल में दिखाए जाते थे।
यूजर्स की रूचि का चला पता- रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया कि चरमपंथी विचारों से जुड़े ट्वीट के बगल में देखे गए ब्रांड विज्ञापनों ने सबसे अधिक विज्ञापन राजस्व प्राप्त किया। इससे साबित होता है कि लोग ट्विटर पर चरमपंथियों और कट्टर विचारों के लिए तैयार थे। झूठ, नफरत, हिंसा को बढ़ावा देने की बात करने वाले लोगों के इन अकाउंट्स को बहाल किए जाने के एलन मस्क के फैसले को CCDH के इमरान अहमद ट्विटर के विज्ञापन राजस्व में गिरावट से जोड़कर देखते हैं।
मस्क के फैसले पर लोगों ने जताई निराशा
आसान भाषा में कहें कि ट्विटर पर लोग झूठे, नफरती, स्त्री विरोधी ट्वीट करने वाले लोगों के ट्वीट्स को पढ़ते और देखते हैं और जब वहां पर विज्ञापन दिया जाता है तो उसे देखे जाने की संभावना बढ़ जाती है। इससे ट्विटर को कमाई होती है। हालांकि, कई लोगों ने इस तरह के अकाउंट्स को बहाल किए जाने के मस्क के फैसले को निराशाजनक बताया है। कई कंपनियों ने यह रिपोर्ट देखकर विज्ञापन बंद करने का भी फैसला किया है।
फीवर ने की ट्विटर पर विज्ञापन बंद करने की घोषणा
ट्विटर को ऐसे अकाउंट्स से भले कमाई हो, लेकिन एक विज्ञापन एजेंसी 'मेकानिज्म' के चीफ इनोवेशन ऑफिसर ब्रेंडन गाहन ने ट्विटर के विज्ञापन राजस्व में गिरावट के लिए एलन मस्क के ऐसे फैसलों को जिम्मेदार भी ठहराया है। वहीं फीवर (Fiverr) के एक प्रवक्ता ने कहा, "हम नफरत, घृणा, हिंसा फैलाने वाली सामग्री को माफ नहीं कर सकते।" इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद फीवर ने घोषणा कर दी कि वह ट्विटर पर विज्ञापन देना बंद कर रही है।