फिलिप्स को स्लीप डिवाइस रिकॉल से घाटा, भरपाई के लिए 6,000 नौकरियां होंगी कम- रिपोर्ट
क्या है खबर?
कार से लेकर स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों के उत्पादों में जब बड़े स्तर पर कोई खराबी सामने आती है तो कंपनियां अपने उस उत्पाद को रिकॉल करती हैं और मुफ्त में ठीक करती हैं।
हालांकि, इस प्रक्रिया में कंपनियों का खर्च बढ़ जाता है और उन्हें नुकसान भी होता है।
ऐसे ही नुकसान की भरपाई करने के लिए ग्लोबल टेक कंपनी फिलिप्स ने 6,000 लोगों को नौकरी से निकालने का फैसला लिया है।
छंटनी
तीन महीने पहले फिलिप्स ने की थी 4,000 लोगों की छंटनी
डच कंपनी फिलिप्स के स्लीप डिवाइस में कुछ कमी सामने आने के बाद उसे अपने डिवाइस को रिकॉल करना पड़ा। इससे होने वाले ताजा नुकसान के बाद फिलिप्स दुनियाभर में अपने 6,000 कर्मचारियों की छंटनी करेगी।
फिलिप्स ने लगभग तीन महीने 4,000 लोगों की छंटनी की थी और अब CEO रॉय जैकब्स ने एक बयान जारी कर 2025 तक कर्मचारियों की संख्या में और कमी करने की घोषणा की है।
घाटा
रिकॉल से वजह से फिलिप्स को हुआ घाटा
जैकब्स ने एक बयान में कहा, "2022 फिलिप्स और हमारे हितधारकों के लिए बहुत ही कठिन वर्ष रहा है, हम अपनी स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कड़े फैसले ले रहे हैं।"
एम्सटर्डम स्थित फर्म फिलिप्स ने 2022 की चौथी तिमाही के लिए लगभग 105 करोड़ यूरो का शुद्ध घाटा और पिछले पूरे साल के लिए 160 करोड़ यूरो का शुद्ध घाटा दिखाया है। इस घाटे की बड़ी वजह बड़े पैमाने पर हुआ रिकॉल रहा।
स्लीप एपनिया
लाइटिंग कंपनी के रूप में हुई थी फिलिप्स की शुरुआत
फिलिप्स ने 2021 में स्लीप एपनिया से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए उपकरणों को वैश्विक रूप से रिकॉल की घोषणा की थी। इन मशीनों से मरीजों को जोखिम था।
130 साल से भी अधिक पुरानी कंपनी फिलिप्स की शुरुआत लाइटिंग कंपनी के रूप में हुई थी, लेकिन हाल के वर्षों में इसमें बड़े बदलाव हुए और ये हाई-एंड इलेक्ट्रॉनिक हेल्थकेयर उत्पादों को बनाने और उनकी बिक्री के साथ ही संपत्तियों की भी बिक्री का काम करती है।
जांच
अमेरिकी न्याय विभाग कर रहा है जांच
एक रिकॉल ने कंपनी को नुकसान में पहुंचा दिया और इसके पुराने CEO को भी नुकसान पहुंचाया।
फिलहाल फिलिप्स अब अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा जांच के अधीन है और एक वित्तीय समझौते के लिए अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत कर रही है।
दिसंबर में जैकब्स ने AFP को बताया था कि रिकॉल किए गए डिवाइसों की टेस्टिंग से पता चला है कि वे इस्तेमाल के लिए "सुरक्षा सीमाओं के भीतर" थे, लेकिन अंतिम फैसला वैश्विक नियामक अधिकारियों के पास था।
छंटनी
मंदी की आशंका के बीच जारी है छंटनी का दौर
तीन महीने पहले भी फिलिप्स ने 4,000 नौकरियों में कटौती की थी।
इन दिनों दुनियाभर में मंदी की आशंका के बीच दिग्गज कंपनियां भी कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं।
इनमें टेक कंपनियों से लेकर अन्य सेक्टरों की कंपनियां भी शामिल हैं। दूसरी तरफ गूगल और ऐपल जैसी कंपनियों ने CEO तक के वेतनों में कटौती का ऐलान किया है।
कई स्टार्टअप्स ने भी लागत कम करने के लिए कर्मचारियों की संख्या को घटाया है।