रॉयल एनफील्ड ने वापस बुलाए 2.36 लाख से अधिक मोटरसाइकिलें, जानें क्या है रिकॉल के कारण
रॉयल एनफील्ड ने अलग-अलग देशों से करीब 2,36,966 यूनिट्स वापस बुलाने का आदेश दिया है। इसमे ना सिर्फ भारत बल्कि इंडोनेशिया, फिलीपींस, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और मलेशिया जैसे देश भी शामिल है जहां से कंपनी की बाइक्स को रिकॉल किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, इसमे मीटियोर 350, क्लासिक 350, और बुलेट 350 जैसे मॉडल शामिल है। खराबी का पता चलते ही कंपनी ने सेफ्टी प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए तुरंत अपनी बाइक्स को वापस बुलाना शुरू कर दिया।
क्या है रिकॉल के कारण
रॉयल एनफील्ड ने खराब इग्निशन कॉइल की वजह अपने इन तीन मॉडल को वापस बुलाने का निर्णय लिया है। इसकी वजह से मिसफायर, मोटेरसाइकिल की परफॉर्मेंस में कमी और कुछ केस में इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट भी हो सकता है। इसी क्रम में दिसम्बर 2020 से अप्रैल 2021 के बीच बने मॉडल्स को वापस बुलाया जा रहा है ताकि उनके पार्ट्स को बदला जा सके। हालांकि, अभी तक सिर्फ 10 प्रतिशत बाइक्स में ही रिप्लेसमेंट की जरूरत है।
इंटरनल टेस्टिंग से सामने आई कमी
कंपनी का कहना है कि इन बाइक्स में ये कमियां उस वक्त सामने आईं जब रूटीन इंटरनल टेस्टिंग की जा रही थी. इसके बाद कंपनी ने दिसंबर 2020 और अप्रैल 2021 के बीच बाहरी आपूर्तिकर्ताओं से मिले बैचों को अलग कर दिया गया है।
ऐसे दे सकते रिकॉल के लिए अपनी गाड़ी
रिकॉल वाली बाइक्स को वापस बुलाने के लिए रॉयल एनफील्ड की सर्विस टीम और स्थानीय डीलरशिप रिकॉल से प्रभावित मोटरसाइकिल के मालिकों तक पहुंचेंगे ताकि उनकी बाइक जांच के लिए भेज सके। ग्राहक अगर चाहे तो डीलरशिप तक भी पहुंच सकते हैं या रॉयल एनफील्ड हॉटलाइन पर कॉल करके अपनी गाड़ी की जांच कर सकते हैं कि इस रिकॉल में उनकी बाइक शामिल है या नहीं।
भारत में पहले से लागू है रिकॉल पॉलिसी
अप्रैल में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने नई व्हीकल रिकॉल पॉलिसी की घोषणा की थी। इसके तहत अब ऑटोमोबाइल कंपनियों को वाहनों में खराबी आने पर उन्हें ठीक करने के लिए रिकॉल (वापस बुलाना) करना अनिवार्य हो गया है। इसका पालन न करने वाली कंपनियों को 10 लाख रुपये से लेकर एक करोड़ रुपये तक का जुर्माना देना पड़ सकता है। इससे पहले किसी भी कंपनी पर रिकॉल न करने के लिए कोई जुर्माना नहीं लगाया जाता था।