गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से बैन की गईं लाखों ऐप्स, फोन से करें डिलीट
गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से लाखों ऐप्स बैन किए जाने की बात सामने आई है। पिक्सलेट की ओर से शेयर की गई H1 2021 डीलिस्टेड मोबाइल ऐप्स रिपोर्ट में पता चला है कि इस साल की पहली छमाही में 8,13,000 से ज्यादा ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से हटाया गया है। इनमें से करीब 86 प्रतिशत ऐप्स 12 साल और इससे कम उम्र वाले बच्चों को टारगेट कर रही थीं।
फ्रॉड प्रोटेक्शन प्लेटफॉर्म ने दी जानकारी
पिक्सलेट कनेक्टेड टीवी (CTV) और मोबाइल एडवर्टाइजिंग से जुड़ा एक बड़ा फ्रॉड प्रोटेक्शन, प्राइवेसी और कंप्लायंस एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म है और इसने ऐप्स से जुड़ी नई रिपोर्ट शेयर की है। रिपोर्ट में शेयर किए गए डाटा को कंपनी ने पिक्सलेट की प्रॉपरायटरी टेक्नोलॉजी और एनालिटिक्स की मदद से जुटाया है, जिसे कंपनी लगातार अपडेट कर रही है। मोबाइल प्लेटफॉर्म्स से ऐप्स को बैन करने या हटाने के बाद उन्हें डिवाइसेज से डिलीट करना यूजर्स के लिए बेहतर होता है।
प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से क्यों बैन हुईं ये ऐप्स?
गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से ऐप्स को बैन किए जाने की कई वजहें हो सकती हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐप स्टोर प्राइवेसी ब्रीच से लेकर डिवेलपर की ओर से ऐप हटाया जाना, वजहों में शामिल हो सकता है। पिक्सलेट की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने 50 लाख से ज्यादा ऐप्स को एनालाइज किया और ऐप स्टोर से हटाए जाने से पहले इन ऐप्स के 2.1 करोड़ कस्टमर रिव्यूज और रेटिंग्स थे।
करोड़ों यूजर्स ने डाउनलोड कीं ये ऐप्स
रिपोर्ट की मानें तो बैन की गईं ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से 9.3 अरब बार डाउनलोड किया गया था। प्ले स्टोर से बैन की गईं 86 प्रतिशत और ऐप स्टोर से बैन हुईं 89 प्रतिशत ऐप्स 12 साल और इससे कम उम्र वाले बच्चों के लिए डिजाइन की गई थीं। इसके अलावा प्ले स्टोर से 25 प्रतिशत और ऐप स्टोर से 59 प्रतिशत ऐप्स को कोई प्राइवेसी पॉलिसी ना होने के चलते डिलीट किया गया।
ढेरों ऐप्स के पास थीं खतरनाक परमिशंस
गूगल प्ले स्टोर से हटाईं गईं करीब 26 प्रतिशत ऐप्स रूस से जुड़ी हैं और इनमें कोई प्राइवेसी पॉलिसी नहीं बताई गई थी। वहीं, ऐपल ऐप स्टोर से हटाई गईं बिना साफ प्राइवेसी पॉलिसी वाली ऐप्स में से 60 प्रतिशत चीन से जुड़ी हैं। प्ले स्टोर से बैन हुईं करीब 66 प्रतिशत ऐप्स के पास 'खतरनाक परमिशंस' थीं। 27 प्रतिशत ऐप्स GPS कॉर्डिनेट्स और 19 प्रतिशत कैमरा ऐक्सेस कर सकती थीं।
अपने फोन से डिलीट कर दें ये ऐप्स
बेशक इन ऐप्स को प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से हटा दिया गया हो लेकिन उससे पहले हजारों यूजर्स इन्हें डाउनलोड कर चुके हैं। अगर आपके एंड्रॉयड डिवाइस या आईफोन में भी इनमें से कोई ऐप इंस्टॉल है, तो उसे फौरन डिलीट करना ही बेहतर होगा। दरअसल, कंपनियां ऐप स्टोर और प्ले स्टोर लिस्टिंग से ऐप्स हटा सकती है लेकिन डिवाइसेज में इंस्टॉल ऐप्स केवल यूजर्स मैन्युअली अनइंस्टॉल कर सकते हैं।