वर्चुअल दुनिया में छेड़खानी की शिकायत के बाद 'पर्सनल बाउंड्री' फीचर लाई मेटा
फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा की ओर से वर्चुअल दुनिया को सुरक्षित बनाने के लिए नया पर्सनल बाउंड्री फीचर लॉन्च किया गया है, जो बाय-डिफॉल्ट इनेबल रहेगा। इस फीचर के साथ यूजर्स के 3D अवतारों के बीच एक तय दूरी बनी रहेगी। कंपनी यह फीचर वर्चुअल दुनिया में यौन उत्पीड़न और छेड़खानी का मामला सामने आने के बाद लाई है। इमर्सिव प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को वर्चुअली एकदूसरे से मिलने का विकल्प मिलता है।
हॉरिजन वाइस प्रेसीडेंट ने दी जानकारी
नए फीचर की जानकारी हॉरिजन के वाइस प्रेसीडेंट विवेक शर्मा ने दी है। उन्होंने लिखा, "पर्सनल बाउंड्री के साथ किसी को अवतार के पर्सनल स्पेस में आने से रोका जाएगा। अगर कोई आपकी पर्सनल बाउंड्री में आने की कोशिश करता है तो सिस्टम उन्हें आगे जाने से रोक देगा और बताएगा कि वे बाउंड्री तक पहुंच चुके हैं।" पर्सनल बाउंड्री फंक्शन के साथ वर्चुअल अवतार के चारों ओर रिंग स्पेस तैयार कर दिया जाएगा।
मेटा यूजर ने की थी छेड़खानी की शिकायत
सोशल मीडिया, ब्लॉग पोस्ट्स और मीडिया रिपोर्ट्स में एक मेटा यूजर की शिकायत पर चर्चा के बाद नया बदलाव किया गया है। यूजर ने लिखा, "मेटावर्स जॉइन करने के 60 सेकेंड के अंदर- मेरा मौखिक और यौन उत्पीड़न हुआ।" उसने लिखा, "बेहद खराब अनुभव इतनी तेजी से हुआ कि मैं सेफ्टी बैरियर लगाने के बारे में सोच तक नहीं पाई। मैं जम गई।" वर्चुअल दुनिया में यूजर्स को उनका सुरक्षित स्पेस देने के लिए नया फीचर लाया गया है।
हॉरिजन में मिलता है एंटी-हरासमेंट फीचर
विवेक शर्मा ने बताया कि नया बाउंड्री फीचर अपने आप इनेबल होगा और इसके साथ भी यूजर्स को एकदूसरे को हाई-फाइव्स देने या फिस्ट्स-बंप का विकल्प मिलता रहेगा। क्रिएटर ने कहा कि हॉरिजन में पहले ही एंटी-हरासमेंट फीचर मिलता है, जो दूसरे वर्चुअल कैरेक्टर को गलत तरह से छूने की कोशिश करने पर अवतार के हाथ गायब कर देता है। मेटा ने हॉरिजन वर्ल्ड का वर्चुअल रिएलिटी प्लेटफॉर्म दिसंबर में नॉर्थ अमेरिका में पब्लिक के लिए शुरू कर दिया है।
मेटावर्स से दूर है मौजूदा वर्चुअल दुनिया
फेसबुक का नाम पिछले साल बदलकर मेटा कर दिया गया है, जिसके साथ कंपनी वर्चुअल यूनिवर्स तैयार करना चाहती है। कंपनी की योजना असली और वर्चुअल दुनिया के बीच अंतर खत्म करने की है। हालांकि, ऑनलाइन बुलीइंग, छेड़खानी और फेक-न्यूज जैसी चुनौतियों का सामना मेटा को इसके वर्चुअल यूनिवर्स में भी करना पड़ सकता है। बता दें, मौजूदा हॉरिजन वर्ल्ड मेटावर्स की शुरुआत भर है और वर्चुअल यूनिवर्स से बहुत दूर है।
भारत में मेटावर्स आने में लगेगा वक्त
मेटावर्स एक ऐसी दुनिया होगी, जहां सब कुछ वर्चुअल होगा और यूजर्स एकदूसरे से वर्चुअल रिएलिटी में जुड़ पाएंगे। भारतीय यूजर्स मेटावर्स में दूसरे देशों और मार्केट्स के मुकाबले देर से जगह बना पाएंगे और इससे जुड़े कई पहलू हैं। मेटावर्स को इंटरनेट की दुनिया का भविष्य माना जा रहा है। हालांकि, पश्चिमी देशों के मुकाबले कोई भी टेक्नोलॉजी भारत तक आने में कई साल का वक्त लगता है और यह बात मेटावर्स पर भी लागू होगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत या यूं कहें, एशिया का पहला मेटावर्स वेडिंग रिसेप्शन इस सप्ताह होने जा रहा है। तमिलनाडु में रहने वाले दिनेश क्षत्रियन और जनगनंदिनी रामास्वामी अपनी शादी का रिसेप्शन 6 फरवरी, 2022 को वर्चुअल स्पेस यानी कि मेटावर्स में करने जा रहे हैं।