चंद्रमा पर 2040 तक अंतरिक्ष यात्री भेजेगा ISRO, एस सोमनाथ ने बताई आगे की योजनाएं
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अगले दशक में चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्री भेजने की योजना बना रहा है। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा है कि भारत का लक्ष्य 2040 तक चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्री भेजना है। यह घोषणा भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र की बड़ी उपलब्धियों के बाद की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने ISRO को 31,000 करोड़ रुपये का बजट मंजूरी दी, जो अगले 15 सालों तक मिशनों को समर्थन देगा।
ISRO का भविष्य का रोडमैप
NTDV से बात करते हुए ISRO प्रमुख ने कहा कि 2023 भारत के लिए शानदार वर्ष था, जिसमें कई महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशन पूरे हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत, ISRO ने अगले 25 सालों के लिए एक रोडमैप तैयार किया है। इस रोडमैप के तहत, भारत 2035 तक अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की योजना बना रहा है। 2028 में एक अंतरिक्ष स्टेशन मॉड्यूल लॉन्च किया जाएगा, जो इसके पूर्ण परिचालन के लिए मंच तैयार करेगा।
2040 तक चंद्रमा पर भारतीय अंतरिक्ष यात्री
डॉ. सोमनाथ ने यह भी बताया कि इस रोडमैप का प्रमुख लक्ष्य 2040 तक चंद्रमा पर भारतीय अंतरिक्ष यात्री को भेजने का है। उन्होंने NTDV से बात करते हुए कहा कि जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्षों का जश्न मनाएगा, तब चंद्रमा पर भारतीय ध्वज लहराएगा। भारतीय अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर जाएगा, वहां झंडा लगाएगा और फिर सुरक्षित वापस लौटेगा। इस मिशन को 2040 तक पूरा करने का लक्ष्य बनाया गया है।
भारत के भविष्य के अंतरिक्ष मिशन
भारत के भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों में चंद्रयान-4, एक चंद्र नमूना वापसी मिशन शामिल है, जिसे मंजूरी मिल चुकी है। इसके साथ ही मानव अंतरिक्ष यान और चंद्र मिशनों के लिए रियूजेबल, हरित और मॉड्यूलर रॉकेट का विकास किया जाएगा। भारत के 250 से अधिक अंतरिक्ष स्टार्टअप नवाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। अग्निकुल कॉसमॉस ने लिक्विड-प्रोपेल्ड रॉकेट लॉन्च किया है। भारत को अंतरिक्ष पर खर्च किए गए हर 1 रुपये पर 2.52 रुपये का रिटर्न मिला है।