गगनयान प्रोजेक्ट से पहले ISRO ने पूरा किया LEM टेस्ट, लॉन्च किया वर्चुअल स्पेस म्यूजियम
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) इंसान को अंतरिक्ष में भेजने से जुड़े मिशन गगनयान पर काम कर रही है। इस प्रोजेक्ट से जुड़ी तैयारियां लंबे वक्त से चल रही हैं और अब एक महत्वपूर्ण टेस्ट पूरा किया गया है। ISRO ने बताया कि बुधवार को श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से क्रू एस्केप सिस्टम से जुड़े लो-ऑल्टिट्यूड एस्केप मोटर (LEM) की टेस्ट फायरिंग सफलतापूर्वक पूरी की गई। साथ ही 'स्पार्क' नाम से एक वर्चुअल स्पेस म्यूजियम भी लॉन्च किया गया है।
आपात स्थिति में काम आएगा लो-ऑल्टिट्यूड एस्केप मोटर
ISRO की ओर से जिस सिस्टम की सफल टेस्टिंग की गई, वह आपात स्थिति में अंतरिक्ष यात्रियों की मदद करेगा। अगर अभियान के दौरान किसी तरह की की दिक्कत आती है, तो क्रू एस्केप सिस्टम गगनयान के क्रू मॉडयूल को अलग करते हुए उन्हें सुरक्षित निकाल लेगा। ISRO ने बताया कि अगर फ्लाइट के शुरुआती फेज में अभियान रद्द करना पड़ा, तो क्रू एस्केप सिस्टम को क्रू मॉड्यूल को लॉन्च वीइकल से अलग करने के लिए ताकत की जरूरत होगी।
इसलिए किए जा रहे हैं स्टैटिक टेस्ट्स
स्टैटिक टेस्ट्स किए जाने का मकसद मोटर बैलिस्टिक पैरामीटर्स और मोटर सबसिस्टम परफॉर्मेंस को समझने के अलावा डिजाइन मार्जिन की पुष्टि करते हुए पूरे इंटरफेस की मजबूती तय करना है। गगनयान जैसे महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष अभियान से पहले ऐसे टेस्ट्स और इनकी सफलता तय करना बेहद महत्वपूर्ण है। आपको बता दें, गगनयान अभियान की शुरुआत में इंसानों को अंतरिक्ष में भेजने के बाद ISRO चांद तक पहुंचने की कोशिश भी करेगी।
क्या है ISRO का गगनयान मिशन?
गगनयान मिशन के तहत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजेगा। इस मिशन पर कितने लोगों को कितने दिनों के लिए भेजा जाता है, इसका अंतिम निर्णय टेस्ट फ्लाइट के बाद लिया जाएगा। इन एस्ट्रोनॉट्स को लो अर्थ ऑर्बिट में भेजा जाएगा। यह धरती से 2,00 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित है। मिशन पर 10,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है और लंबे समय से इस मिशन की तैयारी चल रही है।
वर्चुअल म्यूजिक 'स्पार्क' भी हुआ लॉन्च
देश की अंतरिक्ष एजेंसी अपने अभियानों और उनसे जुड़ा कंटेंट दिखाने के लिए इंटरैक्टिव तरीका आजमाने जा रही है। ISRO की ओर से वर्चुअल स्पेस म्यूजियम 'स्पार्क' नाम से लॉन्च किया गया है, जिसका उद्घाटन चेयरमैन एस. सोमनाथ ने बुधवार को किया। इस प्लेटफॉर्म पर ISRO के लॉन्च वीइकल्स, सैटेलाइट्स और अभियानों से जुड़ी फोटोज, वीडियोज और डॉक्यूमेंट्स मिलेंगे। अगले कुछ अपग्रेड्स के बाद यह यूजर्स को वर्चु्अल 3D वर्ल्ड एक्सपीरियंस देगा।
आप ऐसे ऐक्सेस कर सकते हैं वर्चुअल स्पेस म्यूजियम
ISRO चेयरमैन के अलावा डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस के सेक्रेटरी और कई ISRO सेंटर्स के डायरेक्टर्स की जिम्मेदारी संभाल रहे सोमनाथ ने इस म्यूजिक की तारीफ की है। उन्होंने कहा है कि इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल अलग-अलग पहलुओं से जुड़े 'नॉन-सेंसिटिव' कंटेंट को शेयर करने के लिए किया जाएगा। नया वर्चुअल म्यूजियम अभी बीटा फेज में है और इसे ISRO की आधिकारिक वेबसाइट या फिर spacepark.isro.gov.in पर जाकर ऐक्सेस किया जा सकता है।