क्रिसमस के दिन पृथ्वी से टकरा सकता है सौर तूफान, जारी की गई चेतावनी
सूर्य की तरफ से एक खतरा तेजी से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है, जो कल (25 दिसंबर) यानी क्रिसमस के दिन हमारे ग्रह से टकरा सकता है। नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के अनुसार, 23 दिसबंर को सूर्य पर सनस्पॉट के एक समूह से विस्फोट हुआ, जिससे M-श्रेणी का सोलर फ्लेयर और कोरोनल मास इजेक्शन (CME) निकला। यह CME कल पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है, जिससे पृथ्वी पर सौर तूफान आएगा।
किस श्रेणी का होगा यह सौर तूफान?
दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी (SANSA) ने 25 दिसंबर को भू-चुंबकीय तूफान के G1-श्रेणी (Kp 4-5) तक पहुंचने की संभावना जताई है। यह 23 दिसंबर को M8.9 सोलर फ्लेयर से जुड़े कमजोर CME के कारण हो सकता है। ब्रिटिश जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, 20 दिसंबर को हुए एक अन्य CME से 24 दिसंबर को भी हल्का झटका लग सकता है। सामान्य तौर पर, भू-चुंबकीय गतिविधि शांत रहेगी, लेकिन कुछ सक्रिय चरण और G1-श्रेणी के तूफान की संभावना बनी हुई है।
सौर तूफान से क्या खतरा है?
सौर तूफान सैटेलाइट्स, मोबाइल नेटवर्क, और इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर सकते हैं। इनके अत्यधिक शक्तिशाली होने पर पावर ग्रिड और संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को नुकसान होने का खतरा रहता है। वैज्ञानिकों ने इन्हें प्रभाव के आधार पर G1 से G5 तक 5 श्रेणियों में विभाजित किया है। G1-श्रेणी का तूफान हल्का होता है, जबकि G5-श्रेणी का सौर तूफान बेहद शक्तिशाली होता है, जिससे पृथ्वी पर व्यापक तकनीकी समस्याएं हो सकती हैं।