भारत में गूगल और ऐपल ऐप स्टोर से हटाए गए कई VPN ऐप्स
क्या है खबर?
भारत सरकार के आदेश पर गूगल और ऐपल ने अपने स्टोर से कई VPN ऐप्स को हटा दिया है।
गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से हटाए गए ऐप्स में क्लॉउडफ्लेयर का 1.1.1.1 ऐप, हाईडमी और प्रिवीडोVPN जैसे लोकप्रिय ऐप्स शामिल हैं।
यह कदम 2022 में लागू हुए साइबर सुरक्षा नियमों के तहत उठाया गया है। इन नियमों के अनुसार, VPN सेवा प्रदाताओं को यूजर्स का नाम, पता और IP रिकॉर्ड 5 साल तक सुरक्षित रखना होगा।
विरोध
VPN कंपनियों का विरोध और परिणाम
नया नियम लागू होने के बाद नॉर्डVPN, एक्सप्रेसVPN और सर्फशार्क जैसी कंपनियों ने विरोध करते हुए अपने भारतीय सर्वर हटा लिए थे।
हालांकि, उन्होंने देश के ग्राहकों को सेवाएं देना जारी रखा। हाल ही में, ऐपल ने डेवलपर्स को भारतीय साइबर क्राइम समन्वय केंद्र की मांग के तहत ऐप्स हटाने की जानकारी दी।
नियमों के चलते VPN कंपनियों को अपने ऐप्स भारत में मार्केट करना बंद करना पड़ा है, जिससे यूजर्स के लिए सेवाओं की उपलब्धता सीमित हो गई है।
सरकारी रुख
नए नियम और सरकारी रुख
नियम वर्चुअल प्राइवेट सर्वर, क्लाउड सेवाओं और VPN ऑपरेटरों पर लागू होते हैं, लेकिन कॉर्पोरेट VPN इससे मुक्त हैं।
IT मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने स्पष्ट किया था कि नियम न मानने वाले प्रदाताओं को बाजार छोड़ना होगा। इसके बावजूद, सरकार और कंपनियों ने हाल ही में उठाए गए कदमों पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया।
नियमों का पालन कराने के लिए सरकार के इस सख्त रुख ने VPN सेवा प्रदाताओं और यूजर्स के सामने नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।