अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर अंतरिक्ष यात्रियों ने किए ये परीक्षण और अन्य काम
अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर मौजूद नासा के अंतरिक्ष यात्रियों ने बीते दिन (27 अगस्त) अपना समय कई वैज्ञानिक परीक्षणों को करते हुए गुजारा। अंतरिक्ष यात्रियों ने कल अंतरिक्ष वनस्पति विज्ञान, आंखों का स्वास्थ्य और प्लाज्मा भौतिकी का पता लगाया, ताकि पृथ्वी से दूर लंबी अंतरिक्ष उड़ानों को बढ़ावा दिया जा सके। बता दें कि ISS पर मौजूद सभी अंतरिक्ष यात्रियों के स्वास्थ्य को लेकर नियमित जांच होती रहती है, जिससे उनके शरीर पर प्रभाव का आंकलन किया जा सके।
विलियम्स और विल्मोर ने क्या किया?
मंगलवार को बोइंग स्टारलाइनर मिशन के अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स ने ट्रैंक्विलिटी मॉड्यूल में लाइफ सपोर्ट रखरखाव पर एकसाथ काम किया। इस दौरान दोनों ने ट्रैंक्विलिटी के एयर रिवाइटलाइजेशन सिस्टम रैक से कार्बन डाइऑक्साइड हटाने वाली असेंबली को अनइंस्टॉल किया और फिर लाइफ सपोर्ट उपकरण पर घटकों को फिर से कॉन्फिगर और बदल दिया। स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में खराबी की वजह से नासा के इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को 6 महीने और ISS पर रहना होगा।
पौधों का किया गया विश्लेषण
एक्सपीडिशन 71 के फ्लाइट इंजीनियर माइक बैरेट और जीनेट एप्स ने कल कोलंबस प्रयोगशाला मॉड्यूल के वेजी स्पेस बॉटनी सुविधा के अंदर उगने वाले पौधों की देखभाल की। एप्स ने पौधों की तस्वीरें लीं, ताकि जमीन पर मौजूद वैज्ञानिक अंतरिक्ष में उगने वाली घासों का विश्लेषण कर सकें। बैरेट ने पत्ती की मोटाई, क्लोरोफिल और अन्य पौधों के गुणों को मापने वाले कृषि मल्टीस्पेक्ट्रल डिवाइस का उपयोग करके 2 प्रकार की घासों पर पत्तियों को स्कैन किया।
ये परीक्षण भी किए गए
नासा की फ्लाइट इंजीनियर ट्रेसी सी डायसन ने पहले माइक्रोग्रैविटी साइंस ग्लोवबॉक्स में स्थापित प्रायोगिक लाइफ सपोर्ट हार्डवेयर की जांच की। रोस्कोस्मोस फ्लाइट इंजीनियर अलेक्जेंडर ग्रेबेनकिन ने प्लाज्मा क्रिस्टल-4 का प्रयोग किया। कमांडर ओलेग कोनोनेंकोव ने अधिकांश समय जार्या मॉड्यूल में कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक्स गियर को बदलने और ऑर्बिटल आउटपोस्ट के रोस्कोस्मोस सेगमेंट में मॉड्यूल का निरीक्षण करने में बिताया। फ्लाइट इंजीनियर निकोलाई चूब ने कीटाणुनाशकों से उपचारित सतहों की तस्वीरें खींचकर माइक्रोग्रैविटी में उनकी प्रभावशीलता का विश्लेषण किया।