सूर्य पर सनस्पॉट में विस्फोट से निकले 3 सोलर प्लेयर, क्या पृथ्वी पर है कोई खतरा?
सूर्य पर कई सक्रिय सनस्पॉट मौजूद हैं, जिनमें कभी भी विस्फोट हो सकता है। बीते दिन (13 अगस्त) एक ऐसे ही सक्रिय सनस्पॉट में विस्फोट हुआ, जिससे M-क्लास के 3 सोलर फ्लेयर उत्पन्न हुए हैं। इस दौरान एक फिलामेंट में विस्फोट भी हुआ, जो सौर वायुमंडल में घने प्लाज्मा से बनी संरचनाएं होती है। नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर (SWPC) ने विस्फोट से निकले प्लाज्मा का विश्लेषण कर लिया है।
क्या इससे पृथ्वी को है कोई खतरा?
NOAA ने कहा है कि प्लाज्मा पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र से नहीं टकराएगा, बल्कि सूर्य के चारों ओर ग्रह की कक्षा से आगे निकल जाएगा। यह प्लाज्मा अगर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकराता तो पृथ्वी पर शक्तिशाली सौर तूफान आ सकता था। हालांकि, यह ग्रह की कक्षा से आगे निकल जाएगा, इसलिए पृथ्वी को कोई खतरा नहीं है। बता दें, इस हफ्ते की शुरुआत में कोरोनल मास इंजेक्शन (CME) की वजह से पृथ्वी पर सौर तूफान आया था।
सौर तूफान से हो सकता है यह नुकसान
सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क सेवाओं को बाधित कर सकते हैं। अत्यधिक शक्तिशाली होने पर ये पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है। G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, वहीं G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है।