ऐपल iOS 16 में मिला नया फीचर, वेबसाइट्स पर जरूरी नहीं होगा कैप्चा वेरिफिकेशन
ऐपल आईफोन यूजर्स को जल्द अलग-अलग वेबसाइट्स में मिलने वाले कैप्चा (CAPTCHA) और पजल्स का सामना नहीं करना होगा। सामने आया है कि लेटेस्ट iOS 16 अपडेट के बाद यूजर्स ऐसे वेरिफिकेशन के तरीकों को बायपास कर सकेंगे। कंपनी ने एक पोस्ट में बताया है कि लेटेस्ट OS वर्जन में प्राइवेट ऐक्सेस टोकन के साथ वेबसाइट्स को पता चल जाएगा कि उनका प्लेटफॉर्म ऐक्सेस कर रहा सिस्टम बॉट नहीं है और जेन्यूइन है।
कंपनी ने पोस्ट में दी जानकारी
ऐपल ने अपनी पोस्ट में बताया कि प्राइवेट ऐक्सेस टोकन्स कैसे काम करेंगे। कंपनी ने लिखा, 'प्राइवेट ऐक्सेस टोकन्स एक पावरफुल विकल्प हैं, जिनके साथ बिना पहचान या पर्सनल जानकारी शेयर किए असली डिवाइसेज और लोगों की ओर से की जा रहीं HTTP रिक्वेस्ट्स की पहचान की जा सकती है।' एक अन्य वीडियो में बताया गया है कि प्राइवेट ऐक्सेस टोकन्स के साथ सर्वर अपने आप क्लाइंट्स पर भरोसा कर पाएंगे।
इसलिए समझी गई प्राइवेट ऐक्सेस टोकन्स की जरूरत
ऐपल इंटरनेट टेक्नोलॉजी एग्जक्यूटिव टॉमी पॉली ने बताया कि कैप्चा (या कंप्लीटली ऑटोमेटेड पब्लिक ट्यूरिंग टेस्ट टू टेल कंप्यूटर्स एंड ह्यूमन्स अपार्ट) और साइट पजल्स कई बार उन असली इंसानों के लिए परेशानी बन जाती हैं, जो शारीरिक रूप से अक्षम हैं। प्राइवेट ऐक्सेस टोकन्स के साथ इस परेशानी को दूर किया जाएगा और ऐसी चुनौती नहीं आएगी। इन टोकन्स को डिवेलप करने के लिए ऐपल ने फास्टली और क्लाउडफ्लेयर के साथ मिलकर काम किया है।
बीटा वर्जन में दिखा नया फीचर
एक रेडिट यूजर ने iOS 16 के बीटा वर्जन में यह फीचर स्पॉट किया है। यूजर्स को सेटिंग्स से ऐपल ID और पासवर्ड एंड सिक्योरिटी में जाने के बाद ऑटोमैटिक वेरिफिकेशन का विकल्प दिखाया जाएगा और वे यहीं से इसमें बदलाव कर सकेंगे। यह फीचर इनेबल होने के बाद डिवाइस पर कैप्चा और पजल्स अपने आप वेरिफाइ हो जाएंगे और यह बाय-डिफॉल्ट इनेबल होगा। नए फीचर के साथ iOS और मैकOS में यूजर्स को वेबसाइट्स का सुरक्षित ऐक्सेस दिया जाएगा।
न्यूजबाइट्स प्लस
कैप्चा सिस्टम की शुरुआत एलन ट्यूरिंग ने साल 1950 में की थी। जीमेल और इसके जैसी दूसरी सेवाएं कैप्चा की मदद से तय करती हैं कि हैकर्स एकसाथ ढेरों अकाउंट्स बनाने की कोशिश ना करें और साइन-अप ना कर सकें।
क्या होते हैं वेबसाइट्स पर दिखने वाले कैप्चा?
'कैप्चा' नाम से ना समझ आए तो याद दिला दें वो तिरछे या अजीब तरह से लिखे अक्षर और अंक, जो विंडो में एंटर किए बिना आप अगले पेज पर नहीं जा सकते। स्क्रीन पर दिखने वाले चंद अक्षर या अंक तय कर सकते हैं कि वेबसाइट कोई इंसान ही इस्तेमाल कर रहा है या नहीं। यानी कि कैप्चा का इस्तेमाल इंसानों और मशीन या कंप्यूटर पावर्ड सिस्टम के बीच फर्क करने के लिए किया जाता है।
iOS 16 में सेफ्टी चेक फीचर भी मिला
नए अपडेट में ऐपल सेफ्टी चेक नाम का फीचर लेकर आई है, जिसके साथ फौरन किसी को दिया गया डाटा ऐक्सेस हटाया जा सकेगा। कंपनी ने कई संगठनों के साथ मिलकर एक सेफ्टी चेक तैयार किया है, जिससे यूजर्स तुरंत बाकियों के साथ अपने डाटा, लोकेशन और दूसरी डीटेल्स का ऐक्सेस बंद कर सकें। ऐपल का मानना है कि इसके साथ यूजर्स को ऐप्स और अन्य लोगों के साथ शेयर किए गए डाटा पर ज्यादा नियंत्रण मिलेगा।