ग्लोबल मार्केट के मुकाबले भारत में सस्ते होंगे 5G प्लान्स, इस साल 25 शहरों में रोलआउट
भारत में अगले महीने 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी होने जा रही है, जिसके बाद टेलिकॉम कंपनियां 5G रोलआउट शुरू करेंगी। IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ किया कि साल 2022 के आखिर तक भारत के 20 से 25 शहरों में 5G इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलने लगेगी। पिछले सप्ताह एक मीडिया समिट में केंद्रीय मंत्री ने नए 5G डाटा प्लान्स की कीमत से जुड़े संकेत भी दिए। उन्होंने कहा कि भारत में 5G प्लान्स की कीमत ग्लोबल मार्केट के मुकाबले कम होगी।
अगस्त-सितंबर में होगा पहले फेज का रोलआउट
भारत की लगभग सभी बड़ी टेलिकॉम कंपनियां 5G सेवाओं की टेस्टिंग पूरी कर चुकी हैं और स्पेक्ट्रम्स मिलने का इंतजार कर रही हैं। केंद्र सरकार ने इससे पहले बताया है कि जुलाई के आखिर में 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी होने के बाद अगस्त-सितंबर महीने में पहले फेज का रोलआउट शुरू किया जाएगा। आधिकारिक प्रेस रिलीज में बताया गया है कि पहले फेज में भारत के 13 शहरों में 5G सेवाएं मिलना शुरू होंगी।
कितनी होगी 5G प्लान्स की कीमत?
समाचार एजेंसी ने PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री की ओर से संकेत मिले हैं कि भारत में इंटरनेट डाटा रेट्स 2 डॉलर (करीब 155 रुपये) हैं, वहीं ग्लोबल एवरेज रेट 25 डॉलर (करीब 1,900 रुपये) है। एयरटेल CTO रणदीप सेखां की ओर से साल की शुरुआत में ऐसा ही बयान दिया गया था। उन्होंने कहा था कि भारत में 4G डाटा प्लान्स और 5G प्लान्स की कीमत में ज्यादा अंतर नहीं देखने को मिलेगा।
तेजी से बढ़ रहा है मोबाइल डाटा का इस्तेमाल
इवेंट में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत में यूजर्स की ओर से इस्तेमाल होने वाला औसत डाटा करीब 18GB प्रतिमाह तक पहुंच सकता है, वहीं इसका ग्लोबल एवरेज 11GB प्रतिमाह है। हालांकि, इंटरनेट स्पीड की बात करें तो भारत कई देशों से पीछे है। मई, 2022 के ओकला स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स में भारत की पोजीशन 125 रही। वहीं, ग्लोबल फिक्स्ड ब्रॉडबैंड परफॉर्मेंस के मामले में भारत 79वीं पोजीशन पर रहा।
5G सिग्नल्स रेडिएशन से कोई खतरा नहीं
केंद्रीय मंत्री ने 5G से जुड़ी अन्य चिंताओं पर भी सफाई दी और कहा कि इसे लेकर अफवाहें नहीं फैलनी चाहिए। रिपोर्ट के मुताबिक, IT मंत्री ने भरोसा दिलाया है कि भारत में 5G टावर्स से होने वाले इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक फील्ड (EMF) रेडिएशन को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत में दूसरे देशों के मुकाबले इससे जुड़े नियम कड़े हैं और उन्हें सख्ती से लागू किया जाएगा।
इन स्पेक्ट्रम्स पर मिलेंगी 5G सेवाएं
अगले महीने होने वाली नीलामी में कुल 72097.85MHz स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगेगी। नीलामी में कई लो (600MHz, 700MHz, 800MHz, 900MHz, 1800MHz, 2100MHz, 2300MHz), मिड (3300MHz) और हाई (26GHz) फ्रीक्वेंसी बैंड्स के स्पेक्ट्रम्स शामिल हैं। नीलामी के बाद सबसे पहले 13 शहरों में यूजर्स को 5G सेवाएं मिलना शुरू होंगी। इन शहरों की लिस्ट में अहमदाबाद, बेंगलुरू, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे शामिल हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत की मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस के पास अभी 3300 से 3400MHz बैंड स्पेक्ट्रम उपलब्ध हैं। वहीं, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अपनी जरूरतों के लिए 3400 से 3425Mhz बैंड स्पेक्ट्रम इस्तेमाल करती है। इन स्पेक्ट्रम्स का इस्तेमाल 5G के लिए नहीं किया जाएगा।