NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिप्टोकरेंसी
    शेयर बाजार समाचार
    अर्थव्यवस्था समाचार
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / बिज़नेस की खबरें / वोडाफोन-आइडिया के डूबने का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या और कितना असर होगा?
    बिज़नेस

    वोडाफोन-आइडिया के डूबने का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या और कितना असर होगा?

    वोडाफोन-आइडिया के डूबने का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या और कितना असर होगा?
    लेखन मुकुल तोमर
    Feb 18, 2020, 06:17 pm 1 मिनट में पढ़ें
    वोडाफोन-आइडिया के डूबने का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या और कितना असर होगा?

    सुप्रीम कोर्ट द्वारा टेलीकॉम कंपनियों को सरकार का बकाया चुकाने का आदेश देने के बाद वोडाफोन-आइडिया पर डूबने का खतरा मंडरा रहा है। कंपनी को सरकार को लगभग 53,000 करोड़ रुपये चुकाने हैं और उसका कहना है कि अगर सरकार उसे किश्तों में बकाया चुकाने का विकल्प नहीं देती तो उसे अपना काम बंद करना पड़ेगा। अगर वोडाफोन-आइडिया बंद होती है तो इसका टेलीकॉम सेक्टर और देश की अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ सकता है, आइए जानते हैं।

    सुप्रीम कोर्ट के आदेश से शुरू होता है मामला

    टेलीकॉम कंपनियों को अपने राजस्व (AGR) का एक हिस्सा लाइसेंस फीस और स्पेक्ट्रम शुल्क के तौर पर सरकार को देना होता है। कंपनियों और दूरसंचार विभाग (DoT) के बीच AGR की परिभाषा को लेकर विवाद के बाद सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर सुनवाई हुई थी। अक्टूबर, 2019 में अपना फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने DoT की परिभाषा को सही बताया और टेलीकॉम कंपनियों को सरकार को बकाया रकम अदा करने का आदेश दिया।

    सरकार के कंपनियों पर 1.47 लाख करोड़ रुपये बकाया

    सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ टेलीकॉम कंपनियों ने पुनर्विचार याचिका दायर की जिसे कोर्ट ने 14 फरवरी को खारिज कर दिया। कोर्ट ने कंपनियों को तत्काल सरकार का बकाया चुकाने को कहा। सभी कंपनियों पर मिलाकर सरकार के लगभग 1.47 लाख करोड़ रुपये बकाया हैं जिसमें सबसे अधिक 53,000 करोड़ रुपये वोडाफोन-आइडिया पर बकाया हैं। वहीं भारती एयरटेल पर लगभग 21,000 करोड़ रुपये बकाया हैं।

    वोडफोन ने कहा- एक साथ नहीं चुका सकते सारा बकाया

    सोमवार को वोडाफोन ने सरकार को 2,500 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया। लेकिन कंपनी का कहना है कि अगर सरकार उसे किश्तों में बकाया रकम का भुगतान करने का विकल्प नहीं देती तो उसे भारत में अपना कार्य बंद करना पड़ेगा।

    वोडाफोन के डूबने का अर्थव्यवस्था पर होगा बड़ा असर

    लगातार घाटे में जा रही वोडाफोन अगर बंद होती है तो इसका पहले से ही मंदी से जूझ रही भारतीय अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ सकता है। वोडाफोन पर बैंकों का करीब 2.2 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है और अगर ये दिवालिया होती है तो इससे बैंकों को बड़ा नुकसान होगा। पहले ही कई कंपनियों के कर्ज न चुकाने के कारण संकट में चल रहे बैंकिंग सेक्टर के लिए ये एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।

    सरकार की कमाई में होगी एक लाख करोड़ रुपये की कमी

    विशेषज्ञों के अनुसार, वोडाफोन के दिवालिया होने और बैंकों का कर्ज न चुकाने पर भारत का राजकोषीय घाटा 40 बेसिस पॉइंट बढ़ सकता है। राजकोषीय घाटे में 40 बेसिस पॉइंट की वृद्धि का मतलब सरकार की कमाई में करीब एक लाख करोड़ रुपये की कमी है। ये मोदी सरकार के लिए समस्याओं को और बढ़ा देगा जो पहले से ही दशकों में पहली बार डायरेक्ट टैक्स में कमी का सामना कर रही है।

    वोडाफोन के 13,000 कर्मचारी होंगे बेरोजगार

    वोडाफोन के बंद होेने पर सरकार के सामने रोजगार के क्षेत्र में भी सवाल खड़े होंगे। इस समय वोडाफोन में 13,000 से अधिक कर्मचारी कार्य करते हैं और अगर कंपनी बंद होती है तो इन सभी को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।

    मार्च के अंत में 5G की नीलामी पर भी पड़ सकता है असर

    वोडाफोन के डूबने का असर टेलीकॉम क्षेत्र पर भी पड़ेगा। उसके प्रतिस्पर्धा से हटने के बाद टेलीकॉम क्षेत्र में केवल दो कंपनियां, एयरटेल और रिलायंस जियो, रह जाएंगी और इसका असर मार्च के अंत में 5G स्पेक्ट्रम के लिए होने वाली नीलामी पर पड़ेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर वोडाफोन डूबती है तो इससे 5G के क्षेत्र में निवेश करने की इच्छुक कंपनियों के उत्साह में कमी आएगी जिसके कारण नीलामी में सरकार को कम कमाई हो सकती है।

    पिछले दो साल में बंद हो चुकी हैं दो टेलीकॉम कंपनियां

    बता दें कि अगर वोडाफोन-आइडिया डूबती है तो पिछले दो सालों में डूबने वाली तीसरी ऐसी टेलीकॉम कंपनी होगी। इससे पहले जियो के आने के बाद टेलीकॉम क्षेत्र में बढ़ी प्रतिस्पर्धा के कारण रिलायंस कम्युनिकेशन और एयरसेल को अपनी सेवाएं बंद करनी पड़ी थी। इसी प्रतिस्पर्धा के कारण 31 अगस्त, 2018 को ब्रिटेन की वोडाफोन और भारत की आइडिया का विलय हो गया था।

    राहत योजना पर विचार कर रही है सरकार

    इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए सरकार वोडाफोन को बचाने के लिए तमाम विकल्पों पर विचार कर रही है। अधिकारियों के अनुसार, दूरसंचार मंत्रालय लगातार प्रधानमंत्री कार्यालय के संपर्क में बना हुआ है। उन्होंने बताया कि सरकार ऐसी राहत योजना तैयार कर रही है जिससे सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन न हो। इसे 17 मार्च को होने वाली अगली सुनवाई में कोर्ट के सामने पेश किया जा सकता है।

    कोर्ट से कंपनियों को अधिक वक्त देने का अनुरोध कर सकती है सरकार

    टेलीकॉम सेक्टर के वकीलों के अनुसार सरकार कोर्ट से बकाया चुकाने के लिए कंपनियों को अधिक वक्त देने का अनुरोध कर सकती है। हालांकि, विशेषज्ञों ने इस बात पर आशंका जाहिर की है कि सरकार समय पर कोई राहत योजना ला पाएगी।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    भारती एयरटेल
    रिलायंस जियो
    रिलायंस कम्युनिकेशंस
    वोडाफोन-आइडिया

    ताज़ा खबरें

    करीना कपूर खान ने खत्म की डिजिटल डेब्यू फिल्म 'द भक्ति ऑफ सस्पेक्ट एक्स' की शूटिंग करीना कपूर
    अंडर-19 महिला टी-20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम से मिले नीरज चोपड़ा, देखें वीडियो नीरज चोपड़ा
    उत्तर प्रदेश: महाराजगंज में 111 नवजात बच्चों की मौत, मां का दूध हो सकता है वजह उत्तर प्रदेश
    अलका याग्निक बनीं सबसे ज्यादा सुनी जाने वाली गायिका, टेलर स्विफ्ट और BTS को पछाड़ा अरिजीत सिंह

    भारती एयरटेल

    एयरटेल पेश कर रही किफायती प्लान, मुफ्त मिलेगा नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम और अन्य OTT सब्सक्रिप्शन नेटफ्लिक्स
    एयरटेल ने पेश किए दो नए प्रीपेड प्लान, मिलेगा 60GB तक डाटा और बहुत कुछ रिचार्ज प्लान
    एयरटेल ने महंगा किया बेसिक प्लान, सिम चालू रखने के लिए करना होगा इतने का रिचार्ज एयरटेल प्लान
    जियो और एयरटेल यूजर्स के लिए किफायती प्लान, मिलेगा प्रतिदिन 2.5GB डाटा और OTT सब्सक्रिप्शन रिलायंस जियो

    रिलायंस जियो

    रिलायंस जियो यूजर्स के लिए किफायती प्रीपेड प्लान, जानें कितने रुपये में क्या-क्या मिलेगा बेस्ट प्रीपेड प्लान
    एयरटेल प्रीपेड प्लान की कीमतों में कर सकती है बढ़ोतरी, जानें वजह भारती एयरटेल
    एयरटेल और जियो ब्रॉडबैंड के किफायती प्लान, 150Mbps की स्पीड के साथ मिलेगा बहुत कुछ भारती एयरटेल
    एक साल की वैलिडिटी के साथ जियो, एयरटेल और BSNL पेश कर रही किफायती रिचार्ज प्लान भारती एयरटेल

    रिलायंस कम्युनिकेशंस

    रिलायंस AGM 2022: जियो 5G से लेकर ग्रीन एनर्जी तक, एनुअल इवेंट में हुईं ये घोषणाएं क्वालकॉम
    रिलायंस जियो का चुनिंदा यूजर्स को ऑफर, चार दिनों तक फ्री डाटा और अनलिमिटेड कॉल्स असम
    जियो के प्रीपेड प्लान्स भी हुए 21 प्रतिशत तक महंगे, नई कीमतें आज से लागू रिलायंस जियो
    ज़्यादा इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों के लिए बेस्ट एयरटेल, वोडाफोन और जियो के प्रीपेड प्लान रिलायंस जियो

    वोडाफोन-आइडिया

    वोडाफोन भी करेगी कर्मचारियों की छंटनी, सैकड़ों लोग होंगे प्रभावित लंदन
    वोडाफोन-आइडिया यूजर्स 5G नेटवर्क अपग्रेड के नाम पर साइबर फ्रॉड का हो सकते हैं शिकार 5G कनेक्टिविटी
    फ्री में मिल रहे वोडाफोन-आइडिया के VIP नंबर, जानें पाने का तरीका टेलीकॉम सेक्टर
    जियो से एक महीने के अंदर जुड़े 42 लाख यूजर्स, एयरटेल से केवल 7.9 लाख- TRAI भारती एयरटेल

    बिज़नेस की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    Business Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023